चाय की चाहत कर सकती है आपको बीमार 

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This hobby of tea can make you sick:आज की भागदौड़ भरी जिंगदी में चाय के शौकीनों की लंबी कतार है,ऑफिस हो या घर फिर मित्रों के साथ बैठक हो चाय की चाहत सबको होती है,यदि आप भी चाय पीने के शौकीन हैं और सुबह बिस्तर छोड़ने से लेकर शाम को ऑफिस से घर लौटने तक, कई कप चाय पी लेते हैं तो सतर्क हो जाइएं। आपका यह शौक आपको जल्द बीमार बना सकता है। जी हां, आयुर्वेद एक्सपर्ट महारुद्र शंकर शेटे ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करके चाय पीने के कई नुकसान बताए हैं। शेटे ने अपने इस वीडियो में बताया है कि जो व्यक्ति नियमित रूप से चाय का सेवन करता है उसे गैस, एसिडिटी के अलावा 10 साल के भीतर गठिया जैसा गंभीर रोग भी अपना शिकार बना सकता है। आइए जानते हैं आयुर्वेद एक्सपर्ट महारुद्र ने चाय पीने के क्या नुकसान बता रहे हैं।

चाय के नुकसान उदाहरण से समझाए

आयुर्वेद एक्सपर्ट महारुद्र शंकर शेटे ने अपने इस दावे को दूध और घी के एक उदाहरण के जरिए समझाया है। शेटे ने चाय को अमृत की जगह मीठा जहर बताते हुए उसके कई गंभीर नुकसान भी बताएं हैं। शेटे ने कहा कि जब कोई व्यक्ति एक पतीले में लगभग पांच लीटर दूध उबालता है तो उसे उसमें से कम से कम आधा किलो घी मिल जाता है। लेकिन जब आप दूध से घी नहीं निकालते बल्कि उसमें दो चम्मच चाय पत्ती डालकर दोबारा अच्छी तरह उबाल देते हैं तो उसमें से घी निकलने की गुंजाइश खत्म हो जाती है। शेटे सवाल करते हैं कि क्या आप पांच लीटर दूध की चाय में से घी निकाल सकते हैं। जिसके जवाब में शेटे कहते हैं कि दूध की चाय बनने के बाद दुनिया का कोई भी व्यक्ति उसमें से घी नहीं निकाल सकता। जिससे साफ पता चलता है कि घी को चाय पत्ती ने खत्म कर दिया है।

अर्थराइटिस का खतरा

शेटे कहते हैं कि नियमित रूप से चाय पीने वाले व्यक्ति को 10 साल के भीतर अर्थराइटिस यानी गठिया रोग हो सकता है। बता दें, गठिया रोग जोड़ों की एक गंभीर बीमारी है, जिसकी वजह से पीड़ित को जोड़ों में दर्द, सूजन और अकड़न बनी रहती है।

हार्ट रेट बढ़ाती है चाय

चाय में मौजूद कैफीन पीने से नॉरएड्रेनालाईन और नॉरएपिनेफ्रिन का स्राव बढ़ जाता है जिससे कुछ लोगों को हृदय गति और रक्तचाप बढ़ने की समस्या हो सकती है। दरअसल, ज्यादातर लोग थकान और सुस्ती मिटाने के लिए चाय का सेवन करते हैं। लेकिन चाय का सेवन एनर्जेटिक फील करवाने की जगह हार्ट रेट को तेज कर सकता है।

पोषक तत्व नष्ट करके एसिडिटी बढ़ाती है चाय

चाय का नियमित सेवन, खासकर खाली पेट, एसिडिटी और पोषक तत्वों की कमी का कारण बन सकता है। चाय में मौजूद टैनिन और कैफीन, पेट में एसिड के उत्पादन को बढ़ाकर एसिडिटी, सीने में जलन और पाचन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकते हैं। इतना ही नहीं चाय में मौजूद टैनिन, शरीर में आयरन जैसे कुछ पोषक तत्वों के अवशोषण को भी बाधित करके पोषक तत्वों की कमी का कारण बन सकता है।


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