विश्व मानव तस्करी विरोधी दिवस पर कार्यशाला आयोजित 

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जबलपुर ;,पुलिस कंट्रोल रूम जबलपुर में विश्व मानव तस्करी विरोधी दिवस पर आज कार्यशाला का आयोजन किया गया,गौरतलब है की मानव तस्करी के बारे में जागरूकता बढाने तथा तस्करी के शिकार लोगों के अधिकारों को बढावा देने और उनकी रक्षा करने के लिये प्रति वर्ष 30 जुलाई को ‘‘विश्व मानव तस्करी विरोधी दिवस’’ मनाया जाता है।इसी कड़ी में आज  दिनॉक 30 जुलाई 2024 को ‘‘विश्व मानव तस्करी विरोधी दिवस’’ पर पुलिस कन्ट्रोल रूम जबलपुर में पुलिस अधीक्षक जबलपुर  आदित्य प्रताप सिंह (भा.पु.से.) के मार्गदर्शन में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ कलेक्टर जबलपुर  दीपक सक्सेना (भा.प्र.से.) द्वारा पुलिस अधीक्षक जबलपुर  आदित्य प्रताप सिंह (भा.पु.से.) की उपस्थित में किया गया।

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मानव तस्करी वैश्विक समस्या

इस दौरान कलेक्टर जबलपुर  दीपक सक्सेना (भा.प्र.से.) ने कहा कि मानव तस्करी एक वैश्विक समस्या है जो लगभग हर देश में पाई जाती है। इस दिन का महत्व इसे वैश्विक स्तर पर पहचान देने में है। मानव तस्करी को रोकने के लिये संवेदनशील होकर पूरे समाज को आगे आकर एकजुट होकर मानव तस्करी के खिलाफ लड़ना होगा।पुलिस अधीक्षक जबलपुर  आदित्य प्रताप सिंह (भा.पु.से.) ने कहा कि मानव तस्करी एक गंभीर अपराध है जो मानवाधिकारों का उल्लंघन करता है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य लोगों में जागरूकता फैलाना और उन्हें इस अपराध के प्रति संवेदनशील बनाना है। मानव तस्करी के शिकार लोगों की पहचान करना, उन्हें आवश्यक सहायता और समर्थन प्रदान करना है।
हर साल कई पुरुष, महिलाएँ और बच्चे तस्करों के हाथों में फंस जाते हैं, अक्सर उन्हें धोखा देकर और गुमराह करके यह विश्वास दिलाया जाता है कि उन्हें काम पर ले जाया जा रहा है जिससे उनके परिवार की स्थिति बेहतर होगी, या बलपूर्वक, अपहरण करके या यहाँ तक कि बहुत गरीब परिवारों द्वारा बच्चों को बेचकर जीवित रहने के लिए मजबूर किया जाता है। ऐसे कई तरीके हैं जिनसे लोग तस्करी में फंस जाते हैं तथा वे अपने अधिकार और पहचान खो देते हैं, यह एक वैश्विक समस्या है। तस्करी किए गए लोगों को बिना किसी पारिश्रमिक के काम करने के लिए मजबूर किया जाता है, अक्सर कठिन श्रम या वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर किया जाता है।वहीं कार्यशाला में भोपाल के एन.जी.ओ. इंटरनेशनल जस्टिस मिशन के सदस्य सुश्री सुलक्षणा, श्री जोशुआ मोसेस, श्री सनल पवार द्वारा 20 पुलिस अधिकारियों एवं आजीविका मिशन के 20 कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया।
कार्यशाला में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्रीमति सोनाली दुबे, सहायक पुलिस महानिरीक्षक  ऋषि सरोठिया, उप पुलिस अधीक्षक ग्रामीण  आकांक्षा उपाध्याय, महिला थाना प्रभारी शशि धुर्वे उपस्थित रहे।

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