क्या हुआ तेरा वादा ?सिहोरा जिला मुद्दे पर सिहोरा से भोपाल तक चुप्पी से हैरान सिहोरा वासी

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जबलपुर /सिहोरा : भाजपा जो 2003 से सिहोरा जिला मुद्दे पर कभी जनता के साथ खड़ी न दिखी उसने जब विधानसभा चुनाव के पहले सिहोरा जिला का वादा किया तो मोदी की गारंटी का दंभ भरने वालों पर विश्वास करने के अलावा कोई रास्ता न दिखा पर अब आठ माह बीत जाने के बाद भी एक बार भी सिहोरा जिला की पहल न होते देख सिहोरा वासी स्वयं को ठगा सा महसूस कर रहे है। लोगों का कहना है कि वह वादा जीत का हथकंडा था या उसमे कोई सच्चाई भी थी।

क्या हुआ दिग्गज नेताओं का जिला का वादा ?

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प्रहलाद पटेल,स्मृति ईरानी,शिवराज सिंह चौहान और स्वयं भाजपा प्रत्याशी रहे संतोष बरकड़े ने विधानसभा चुनाव के पहले आमसभाओं में सिहोरा को जिला बनाने का सार्वजनिक वादा किया।ये सभी ऐसे दिग्गज भाजपाई रहे कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही लोग यह मान बैठे थे कि अब तो सिहोरा जिला बनेगा ही।पर लगातार गुजरता वक्त और नेताओं की चुप्पी ने लोगों को यह कहने पर मजबूर कर दिया कि जिला का वादा केवल चुनावी जुमला था मोदी की गारंटी नहीं।

इनका कहना है –

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1- विधानसभा चुनाव के दो दिन पहले स्मृति ईरानी की सिहोरा जिला की घोषणा से सत्ता में आते ही जिला बनना तय मान लिया था।अब लग रहा हमें छला गया है।
नवीन शुक्ला,व्यापारी

2- सिहोरा तो 2003 में ही जिला बन गया था।सरकार को इसे लागू करते हुए कलेक्टर एस पी की पदस्थापना करना चाहिए।

मोहनलाल गौतम,सेवानिवृत शिक्षक

3-विधायक और संगठन के माध्यम से सरकार से चर्चा का प्रयास जारी है।वादा खिलाफी के विरोध में सड़क पर संघर्ष के रास्ते खुले है।

अनिल जैन,सदस्य,
लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति

4- सिहोरा सहित मझौली,बहोरीबंद,ढीमरखेड़ा, स्लीमनाबाद,खमतरा, सिलोंडी, पान उमरिया के लोगो की सुविधा के लिए सिहोरा जिला बनाना ही चाहिए।
रामजी शुक्ला,सेवानिवृत्त सैनिक

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