ठंडे बस्ते में पड़ी लिंक रोड़,समस्याओं से जूझ रही जनता,क्या कर रहे जिम्मेदार ?

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जबलपुर /सिहोरा :जनता की समस्याओं की जानकारी होते हुए भी जिम्मेदार अनजान बने हुए हैं,परिणामस्वरूप आमजनता की परेसानी बढ़ती ही जा रहीं हैं।हम बात कर रहे हैं नगर में वाहनों के लगातार बढ़़ते दबाव को नियंत्रित करने के लिए ट्रैफिक पुलिस अमला और दूसरी व्यवस्थाएं न होने के कारण यातायात की स्थिति लगातार बदहाल होती जा रही है।

मनमर्जी तरीके से वाहनों की आवाजाही,जनता परेसान 

वहीं मनमर्जी तरीके से वाहनों की आवाजाही का खामियाजा आम जनमानस को उठाना पड़ रहा है। नगर के सार्वजनिक स्थलों पर कई बार जाम की स्थिति बन रही है। इसमें सबसे ज्यादा खराब स्थिति पेट्रोल पंप तिराहे से रेलवे स्टेशन रोड़ पर देखने मिलती है। जहां पर जगह तो है, लेकिन भारी वाहन एंव तिपहियों के आतंक के कारण अक्सर जाम लग जाता है। दरअसल लंबे समय से अव्यवस्थित यातायात को व्यवस्थित करने सिहोरा एंव उपनगर खितोला के बीच लिंक रोड़ का निर्माण करने की महती जरूरत होने लगी है। जिससे आवागमन सुगम हो सके।लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधियों की लचर कार्य शैली के चलते इस समस्या के समाधान में कोई रुचि अधिकारी भी नहीं ले रहे हैं।

यातायात के दबाव कम करने के लिए बनाई जाए बरझा लिंक रोड़

नगर पालिका क्षेत्र से गुजर रहे मझगवां पान उमरिया मार्ग पर भारी वाहनों का दबाव अत्यधिक रहता है। यहां कैप्सूल कंटेनर, रेत का परिवहन कर रहे डंपर, ट्राले सहित अन्य भारी वाहनों की दिन रात आवाजाही लगी रहती है। पान उमरिया एंव मझगवा मार्ग आगे शहडोल उमरिया डिण्डोरी सहित अन्य जिलों को जोड़ते है जिसके चलते भारी वाहनों का दबाव एंव उक्त मार्ग नगर सिहोरा एंव उपनगर खितोला को जोड़ने का एक मात्र विकल्प होने के कारण तथा रेलवे स्टेशन कॉलेज आदि का मुख्य मार्ग होने से स्थानीय यातायात दबाव के कारण आए दिन जाम के हालात तो बनते ही है नित रोज छुटपुट दुर्घटनाएं भी होती हैं।

यातायात के दबाव कम करने के लिए बनाई जाए बरझा रोड

वहीँ यातायात के दबाव को कम करने सन 1998 में तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बरजा लिंक रोड का भूमि पूजन किया था लेकिन सत्ता परिवर्तन का दंश झेल रहे बरजा लिंक रोड आज तक अस्तित्व में नहीं आ सकी ।इस बायपास के बनने से नगर से होकर गुजर रहे भारी वाहनों के यातायात से आम लोगों को मुक्ति मिल सकती है। बरजा लिंक रोड निर्माण से स्थानीय यातायात डायवर्ट होने के कारण मुख्य मार्ग पर यातायात का दबाव कम होने से जाम एवं दुर्घटनाओं पर अंकुश लग सकेगा।

500 मीटर के चक्कर में 3 किलोमीटर का चक्कर लगाने मजबूर 

विदित हो पुराने बस स्टैंड से ज्वालामुखी होते हुए बाह्य नाला तक नगर की पालक संस्था द्वारा सीसी रोड का निर्माण कर दिया गया है जबकि खितोला तरफ से निर्माणाधीन ओवर ब्रिज से बाह्य नाला तक लगभग 500 मी मार्ग का निर्माण कराके बरझा लिंक रोड से सिहोरा खितोला के स्थानीय यातायात दबाव को कम किया जा सकता है लगभग 500 मी की सड़क न होने के कारण लोगों को पेट्रोल पंप तिराहा होकर सिहोरा से खितोला जाने में लगभग 3 किलोमीटर की दूरी तय करना पड़ती है बरझा लिंक रोड बन जाने से मुख्य मार्ग पर यातायात का दबाव कम होने के साथ-साथ आम लोगों को शार्ट कट वैकल्पिक मार्ग प्राप्त हो जाएगा।

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