प्रकृति के संरक्षण व संवर्धन मे आदिवासी सामुदाय का है अहम योगदान

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सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद :युवाजन सेवा समिति तेवरी एवं छात्र सभा के द्वारा ग्राम तेवरी में 9 अगस्त 2025 को “विश्व आदिवासी दिवस” मनाया गया। विश्व आदिवासी दिवस मनाने के पीछे आदिवासी समुदायों के द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्यों प्रचार प्रसार था।प्रकृति के संरक्षण और संवर्धन में इस आदिवासी समुदाय का विशेष योगदान आज तक है!भगवान बिरसा मुंडा हमेशा जमीन से जुड़े लोगों के उत्थान के लिए एक अग्रदूत के रूप में कार्य किया। जिन्हें इन्हीं कार्यों के कारण जनमानस में भगवान की उपाधि दी गई है।ग्राम तेवरी एवं आसपास के क्षेत्र विकास के लिए 2005 में स्थापित युवा जन सेवा समिति तेवरी एवं छात्र सभा के द्वारा सर्वप्रथम सुबह भटिया तेवरी लखनवारा होते हुए तेवरी के मुख्य मार्ग में एक भव्य व विशाल रैली आयोजित की गई, जिसका रामलीला मैदान में समापन कार्यक्रम हुआ!जहाँ मंचासीन अतिथियों के द्वारा 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस पर संबोधित करते हुए आदिवासी समुदाय के उल्लेखनीय कार्यों को बताया।
कार्यक्रम को अवसर सिंह, हल्कू सिंह परस्ते, लखन उपाध्याय, अरविंद शाह, सुलोचना सिंह, मनीषा धुर्वे, मृत्युंजय सिंह, दिनेश झारिया, तान सिंह मार्को, बैजनाथ भूमियां, इंजीनियर यजुवेंद्र यादव, प्रशांत जैन, सरपंच कल्लूदास बैरागी,बलबीर सिंह ने संबोधित करते हुए कार्यक्रम में उपस्थित करते हुए जन मानस को शुभकामनाएं प्रेषित की एवं भगवान बिरसा मुंडा के द्वारा किए गए महान कार्यों का उल्लेख किया।कार्यक्रम का संचालन व्यायाम शिक्षक महेंद्र सिंह के द्वारा किया गया।कार्यक्रम के अंत में छात्र सभा के युवराज सिंह धुर्वे और बैजनाथ भूमियां ने सभी का आभार प्रदर्शन किया गया।कार्यक्रम को सफल बनाने में समिति अध्यक्ष बसंत जायसवाल, रविन्द्र नाथ झारिया, रामशरण जायसवाल, सुरेंद्र झारिया, संतोष सोनी,उमेश चौबे, सचिन गुप्ता, दुर्गा प्रसाद कोल, हरि सिंह ठाकुर, निशांत झारिया,अट्ठी कोल,अमृत सिंह परस्ते,संजय कुशवाहा, राकेश रैदास, राजकुमार, आदर्श सिंह, प्रियांशु गुप्ता, विनोद सिंह, देवेंदु यादव, इंद्रजीत सिंह, वेद प्रकाश चौधरी, अभिलाष चक्रवर्ती व अन्य कार्यकर्ताओं का विशेष सहयोग रहा।

 


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