मित्रता मैं नही होनी चाहिए छल-कपट की भावना, हवन यज्ञ पूर्णाउति के साथ सप्ताह ज्ञान यज्ञ का हुआ समापन

इस ख़बर को शेयर करें

 

इंडिया पोल खोल को आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु इस QR कोड को किसी भी UPI ऐप्प से स्कैन करें।

स्लीमनाबाद-श्रीकृष्ण का नाम अनमोल है।यदि पापी भी श्रीकृष्ण का नाम लेता है तो उसे सद्गति मिल जाती है।जिसके ह्दय मैं प्रभु के प्रति भाव जागते है वही लोग प्रभु की कथा मैं शामिल होते है।श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण कर उसके उपदेश को जीवन मैं उतारे तभी कथा की सार्थकता है।भगवान का आगमन सदैव धर्म की रक्षा के लिए हुआ है।श्रीमद्भागवत कथा हमे समाज के संस्कार ,अच्छे बुरे की पहचान सिखाती है।सच्ची भक्ति से ही भगवान की प्राप्ति की जा सकती है।उक्त उद्गार ग्राम पंचायत धरवारा स्थित देवी देवालय मे चल रहे सप्ताह ज्ञान यज्ञ के दौरान कथा व्यास नीलम मिश्रा ने व्यक्त किये।कथा वाचक ने कथा के सातवें दिवस शुक्रवार को श्रीकृष्ण-सुदामा चरित्र की कथा पर प्रकाश डाला।कथा वाचक ने कहा की भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा की दोस्ती ने दुनिया को यह संदेश दिया कि राजा हो या रंक दोस्ती में सब बराबर होते हैं। श्रीकृष्ण और सुदामा जैसी मित्रता आज कहां है। द्वारपाल के मुख से पूछत दीनदयाल के धाम, बतावत आपन नाम सुदामा सुनते ही द्वारिकाधीश नंगे पांव मित्र की अगवानी करने राजमहल के द्वार पर पहुंच गए। यह सब देख वहां लोग यह समझ ही नहीं पाए कि आखिर सुदामा में ऐसा क्या है जो भगवान दौड़े दौड़े चले आए। बचपन के मित्र को गले लगाकर भगवान श्रीकृष्ण उन्हें राजमहल के अंदर ले गए और अपने सिंहासन पर बैठाकर स्वयं अपने हाथों से उनके पांव पखारे। कहा कि सुदामा से भगवान ने मित्रता का धर्म निभाया और दुनिया के सामने यह संदेश दिया कि जिसके पास प्रेम धन है वह निर्धन नहीं हो सकता। राजा हो या रंक मित्रता में सभी समान हैं और इसमें कोई भेदभाव नहीं होता।

श्रद्धालु श्रीकृष्ण सुदामा की कथा सुन भाव विभोर हो गए।

इंडिया पोल खोल के WhatsApp Channel को फॉलो करने के लिए इस WhatsApp आइकन पर टच/Click करें।

Google News पर इंडिया पोल खोल को Follow करने के लिए इस GoogleNews आइकन पर टच/Click करें।

जीवन का नहीं है भरोसा

कथा वाचक ने कहा कि संसार में जन्म लिया है तो इसे एक दिन त्यागना पड़ेगा। यह दिन कब आ जाए किसी को नहीं मालूम। इससे पहले हमें मनुष्य जीवन जीने का जो मौका मिला है उसे व्यर्थ के कामों में बर्बाद नहीं करना चाहिए। अच्छी तरह से रहकर भगवान के नाम का जाप कर धर्म के मार्ग पर चले। इस मार्ग पर चलने से मनुष्य जीवन के अलावा अगला भव भी सुधर जाएगा। अच्छे कार्य को करने के लिए दूसरे लोगों को भी प्रेरित करे।रविवार को हवन यज्ञ पूर्णाहुति के साथ कन्या पूजन, कन्या भोज के साथ विशाल भंडारा आयोजित हुआ!इस दौरान जुगल किशोर गर्ग, अमित गर्ग, पंकज नामदेव सहित बड़ी संख्या मे श्रद्धालुओं की उपस्थिति रही।

इंडिया पोल खोल के YouTube Channel को Subscribe करने के लिए इस YouTube आइकन पर टच/Click करें।


इस ख़बर को शेयर करें