शराब दुकान में जिला प्रशासन द्वारा गठित दल,बिलहरी में पेट्रोल पंप की जाँच सहित बेकरी निर्माण इकाई का भी किया निरीक्षण

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जबलपुर, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से नियमों का पालन कराने जाँच के लिये जिला प्रशासन द्वारा गठित दलों की कार्यवाही लगातार तीसरे दिन आज बुधवार को भी जारी रही। तहसीलदार रांझी के नेतृत्व में जांच दल ने आज बिलहरी स्थित पाठक पेट्रोल पंप, डी मार्ट के सामने स्थित शराब दुकान और तिलहरी स्थित क्लासिक ओवन बेकरी एंड रेस्टारेंट का निरीक्षण किया।

जांच जारी 

तहसीलदार रांझी राजीव मिश्रा ने बताया कि पाठक पेट्रोल पंप के निरीक्षण के दौरान फायर सेफ्टी उपकरणों की जाँच पर विशेष ध्यान दिया गया। फोम टाइप अग्नि शमन उपकरण नहीं पाये जाने एवं फायर सेफ्टी के मापदंडों में कुछ कमियां पाई गई जिन्हें दूर करने के निर्देश दिये गये। पेट्रोल पंप संचालक को शीघ्र फायर सेफ्टी आडिट कराने और इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करने की हिदायत भी दी गई। इस पेट्रोल पंप पर बालश्रम प्रतिषेध अधिनियम के तहत कोई सूचना लगी नहीं पाई गई। पेट्रोल पंप संचालक गुमास्ता लायसेंस नहीं दिखा पाये और उनके द्वारा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की अनुमति भी नहीं प्रस्तुत की जा सकी। पेट्रोल पंप पर रखे फर्स्ट-एड बॉक्स में दवाइयां भी नहीं रखी। कॉटन भी एक्सपायरी डेट का था। पेट्रोल पंप से नापतौल विभाग के निरीक्षकों द्वारा पाँच-पाँच लीटर के माप में पेट्रोल और डीजल भरवाकर जांच की गई जिसे सही पाया गया।
तहसीलदार रांझी के मुताबिक पेट्रोल पंप के बाद जाँच दल ने डी मार्ट के सामने स्थित शराब दुकान का निरीक्षण किया। निरीक्षण के पहले जाँच दल के साथ सादी वर्दी में तैनात पुलिस कर्मी को ग्राहक के तौर पर भेजकर बियर की बोतल खरीदी गई। जिसे एमआरपी पर ही दिया गया। इस शराब दुकान से परीक्षण हेतु बोल्ट बियर का नमूना लिया गया। निरीक्षण के दौरान शराब दुकान संचालक कार्यरत कर्मचारियों का नौकरनामा प्रस्तुत नहीं कर सका। एफएसएसएआई लायसेंस भी इस शराब दुकान पर नहीं था। शराब दुकान संचालक को इन कमियों को दूर करने नोटिस दिया गया।
जाँच दल ने तिलहरी स्थित क्लासिक ओवन बेकरी एंड रेस्टारेंट तथा इसकी बेकरी निर्माण इकाई का निरीक्षण किया। क्लासिक ओवन बेकरी की तीन मंजिला इमारत में लिफ्ट बंद पाई गई। सीढ़ियों में भी खाद्य सामग्री रखी हुई थीं। किचिन में सफाई नहीं थी। वेंटिलेशन की कमी भी दिखाई दी। रसोई गैस सिलेंडर बंद कमरे में रखे पाये गये। बेकरी निर्माण इकाई में इमरजेंसी एक्जिट गेट नहीं था। फिक्स्ड फायर फाइटिंग सिस्टम और ऑटोमेटिक फायर डिटेक्शन उपकरण भी यहाँ नहीं पाये गये। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का सीटीओ प्रमाण पत्र भी निरीक्षण के दौरान नहीं पाया गया। क्लासिक ओवन बेकरी में 14 कर्मचारी कार्यरत पाये गये जिनका संचालक द्वारा पुलिस व्हेरीफिकेशन नहीं कराया गया।
तहसीलदार रांझी ने बताया कि क्लासिक ओवन बेकरी से परीक्षण हेतु पनीर, लस्सी और पेटिस के नमूने एकत्र किये गये। उन्होंने बताया कि बेकरी संचालक को कमियां पाये जाने पर नोटिस जारी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि निरीक्षण दल में आबकारी, पुलिस, नापतौल, फूड सेफ्टी, शिक्षा, खनिज एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी शामिल थे।


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