पुलिस के पास नहीं किरायेदारों की जानकारी,अपराध घटित हो जाने पर पकड़ना हो जाता है मुश्किल
सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद : मकान किराए से दिया है या फिर घर में काम करने के लिए नौकर रखा है। इनकी जानकारी सम्बंधित पुलिस थाना में देना आवश्यक है।जिससे मकान का मालिक कई तरह की परेशानियों से बच जाता है।
लेकिन स्लीमनाबाद थाना क्षेत्र मे किराएदारो की जानकारी देने मकान मालिक रुचि नही दिखा रहे न ही पुलिस कोई ध्यान दे रही है।स्लीमनाबाद तहसील क्षेत्र की बात करे तो यहां मार्बल फैक्ट्री व खदानें संचालित है।जहां दूसरे राज्यो के भी लोग निवास कर रहे है।वैसे तो पूरे सीजन बाहरी लोग किराए के कमरे मे रहकर अपना व्यापार करते है।
शीतकालीन समय चल रहा है ऐसे मे कम्बल,गद्दे सहित गर्म पकड़ो का व्यापार करने वाले बाहरी व्यापारी लोगों को जमावड़ा लगा हुआ है!जो यही रहकर व्यापार कर रहे है!
पुलिस और आम लोगों के लिए मददगार
किराएदार या फिर घर में काम करने के लिए रखे गए नौकर की समूची जानकारी स्वयं के साथ ही पुलिस के पास भी होनी चाहिए। इसकी मुख्य वजह है कई बार वारदात को अंजाम मकान में रहने वाले किराएदार दे जाते हैं या फिर घर में काम करने वाला नौकर। इन परिस्थितियों में मकान मालिक के पास न तो किरादार की पूरी जानकारी होती है न ही नौकर की। पुलिस के पास भी ऐसे लोगों का कोई रिकॉर्ड नहीं होता। तब वारदात को अंजाम देने वाले को तलाश पाना मुश्किल होता है।
डायल 100 की भी नही होती गश्त
स्थानीय ग्रामीणों के कहना है स्लीमनाबाद थाना मैं दो डायल है।लेकिन रात्रिकालीन गश्त नही की जाती है।जिससे चोरी की घटनाएं आये दिन स्लीमनाबाद मे घटित होती है।हाल ही मै जनवरी माह लूट व चोरी की घटनाये बड़ी संख्या मै हुई!वर्तमान मे डायल 100 रात्रि 10 बजे के बाद फोरलेन मार्ग मैं खड़ी हो जाती है और डायल 100 मैं पदस्थ पुलिस कर्मी अपनी जेब गर्म करने मे लग जाते है।
कटनी बैंक डकैती का ठिकाना बना था स्लीमनाबाद
गौरतलब है कि विगत माह कटनी के मणपपुरम गोल्ड लोन फाइनेंस लिमिटेड बैंक मैं दिन दहाड़े डकैती जो हुई उसको अंजाम देने के लिए बदमाशो ने स्लीमनाबाद मैं भी ठिकाना बना लिया था।जिसकी जानकारी भी पुलिस को नही थी।
वही वर्ष 2015-16 मैं थाना क्षेत्र के छपरा तिहराकाण्ड का खुलासा अब भी नही हो सका।जबकि इस हत्याकांड के खुलासे के लिए एसटीएफ की टीम भी गठित की गई थी।
इनका कहना है- अखलेश दाहिया थाना प्रभारी स्लीमनाबाद
स्लीमनाबाद मै सभी मकान मालिकों को किरायेदारो की जानकारी पुलिस को देने बार -बार सूचित किया जा चुका है!
ताकि थाना क्षेत्र मे कितने लोग बाहर से आकर रह रहे है उनकी जानकारी प्राप्त हो सके!
कुछ लोगों के द्वारा जानकारी प्रदान की गईं है!
पुलिस तो अपना प्रयास करती है साथ ही मकान मालिक भी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करे ओर मकान मै रह रहे किरायेदारो की जानकारी थाना मै उपलब्ध कराये!
उससे मकान मालिकों को ही सहूलियत रह!
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