भगवान के भरोसे तेवरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र,चरमराई स्वास्थ्य सुविधाएं

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सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद : ग्रामीण अंचलों मैं मरीजो को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल सके इसके लिए सरकार द्वारा ग्रामीण अंचल मैं उप,प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोले जा रहे है।लेकिन स्वास्थ्य केंद्रों मैं चिकित्सकीय अमला न होने से मरीजो को स्वास्थ्य लाभ नही मिल रहा है।जिससे स्वास्थ्य केंद्र शोभा की सुपारी बने हुए है।ऐसी ही स्थिति बहोरीबंद विकासखण्ड अंतर्गत तेवरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की है।जिसके आश्रित क्षेत्र के दर्जनो गांव के लोग है।लेकिन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मैं डॉक्टरों की कमी से दर्जनो गाँवो के ग्रामीणों को स्वास्थ्य लाभ नही मिल रहा है।जिससे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शोभा की सुपारी बनकर रह गया है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मैं एक डॉक्टर थे लेकिन दो महीने पहले उनका तबादला हो गया!जिसके बाद से अब तक डॉक्टर की पदस्थापना नहीं हुई!जिस कारण मरीजों का इलाज झोलाछाप डॉक्टरो के भरोसे है। जानकारी के बाद भी अधिकारी और प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है।पूरे क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से भगवान भरोसे ही चल रही है।लोगों को अस्पताल में डॉक्टर तो मिलते नहीं हैं जिससे उन्हें मजबूरी में झोलाछाप डॉक्टरों से ही इलाज कराना पड़ रहा है। क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। लोगों को भगवान भरोसे छोड़ दिया है।

डॉक्टरों सहित अनेक पद पड़े खाली

जानकारी के तहत प्राथमिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तेवरी मैं डॉक्टर सहित विशेषज्ञ, वार्ड वाय, लैब टेक्नीशियन व लैब अटेंडेंट के पद खाली है।इन पदों की पूर्ति के लिए विभागीय अधिकारी कोई ध्यान नही दे रहे है।

इनका कहना है- डॉ आनंद अहिरवार बीएमओ बहोरीबंद

यह बात सही है कि तेवरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मैं डॉक्टरों सहित स्वास्थ्य अमले की कमी है।रिक्त पड़े पदों की पूर्ति के लिए विभागीय अधिकारियों को जानकारी दी गई है।लेकिन अभी तक रिक्त पदों की पूर्ति नही हुई।जिस कारण स्लीमनाबाद चिकित्सा अधिकारी को सप्ताह मे दो दिवस तेवरी स्वास्थ्य केंद्र मे सेवाएं देने की वैकल्पिक व्यवस्था की गईं है।

 


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