छात्र-छात्राए जैविक खेती की तकनीक सीख स्वालम्बन की ओर बढ़ाएंगे कदम
सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद : प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के आत्म निर्भर भारत योजनान्तर्गत उच्च शिक्षा विभाग मप्र शासन भोपाल द्वारा स्वामी विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन योजना के तहत छात्रों को शिक्षा के साथ स्वरोजगार स्थापित करने हेतु व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया जायेगा।
इसके लिए वर्तमान दौर पर शासकीय महाविद्यालयो के छात्र-छात्राओं को जैविक खेती के गुण सिखाये जा रहे है!
इसके लिए 4 जनवरी 2024 से स्वामी विवेकानंद शासकीय महाविद्यालय स्लीमनाबाद मैं प्राचार्या डॉ सरिता पांडेय के मार्गदर्शन व डॉ प्रीत नेगी के सहयोग से शुरुआत हो गईं ।
जिसके अंतर्गत 30 दिवस में 60 घंटे का सैद्धान्तिक एवं प्रायोगिक प्रशिक्षण रामसुख दुबे के द्वारा छात्रों को दिया जायेगा।
जैविक खेती का दिया गया प्रशिक्षण-
जैविक कृषि विशेषज्ञ रामसुख दुबे के द्वारा जैविक कृषि प्रशिक्षण के प्रथम दिवस शनिवार को बतलाया कि विद्यार्थी जैविक खेती करने के लिए विभिन्न तरीकों को सीखें एवं ग्राम में किसानों को भी प्रशिक्षण दें। जिससे कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त हो सके बाजार पर निर्भरता कम हो दीर्घकालीन व स्थिर उपज प्राप्त करने के लिए कारखाने में निर्मित रासायनिक खाद कीटनाशक दवाइयां एवं खरपतवार नाशी दवाइयां तथा वृद्धि नियंत्रक का प्रयोग न करते हुए जीवांश युक्त खादों का प्रयोग किया जाता है तथा मृदा एवं पर्यावरण प्रदूषण पर नियंत्रण होता है। इसके अतिरिक्त फसल चक्र फसल अवशिष्ट प्रबंधन मिश्रित खेती जीवाणु खाद अंतरवर्तीय कृषि पद्धति अपनाने की जानकारी दी गई। विभिन्न जैविक खाद एवं कीटनाशक दवाइयां को बनाने तथा फसलों में उपयोग करने के विषय में बतलाया गया।