पेटी ठेकेदारों के हवाले ग्राम पंचायतों के निर्माण कार्य, सरपंच -सचिवो की मिलीभगत से निर्माण कार्यों पर हो रहा खेल

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सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद : गाँवो का सर्वागीण विकास हो इसके लिए ग्राम सरकार का गठन किया जाता है!ग्राम सरकार गाँव के विकास की योजना बनाती है!गाँवों का विकास हो इसके लिए राज्य व केंद्र सरकार भारी भरकम राशि ग्राम पंचायतो को प्रदान करती है!लेकिन विकास के नाम पर मिलने वाली राशि का ग्राम पंचायतो के द्वारा खानापूर्ति कर बंदरबाट भी किया जा रहा है!सरकारी राशि का बंदरबाट कैसे हो इसके लिए ग्राम पंचायतों के सरपंच -सचिवों ने पेटी ठेकेदारों का फार्मूला निर्माण कार्यों पर चला रहे है!
जबकि ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम पंचायत की राशि से जो निर्माण कार्य होते है उसकी निर्माण एजेंसी स्वयं ग्राम पंचायत होती है!लेकिन सरपंच -सचिव स्वयं कोई काम न कर पेटी ठेकेदारों को निर्माण कार्यों का जिम्मा दे देते ओर मोटी रकम कमाते है!जिले सहित बहोरीबंद जनपद की सभी 79 ग्राम पंचायतों मे वर्तमान मे यही ठेकेदारी प्रथा चल रही है!
सरपंच-सचिव की मिलीभगत तो रहती ही है साथ ही पंचायत विभाग के अधिकारी भी कमीशन लेकर इन पेटी ठेकेदारों का सहयोग करते है!

ग्राम पंचायतें नहीं करती कोई लिखित अनुबंध 

ग्राम पंचायतो मे जो भी पेटी ठेकेदार  निर्माण कार्य करते है वो लायसेंस धारी नहीं होते है!जिस कारण पंचायतों की मनमानी चलती है!ग्राम पंचायतों को विकास के नाम पर निर्माण कार्य के लिए 1 लाख से 25 लाख तक की राशि पेटी ठेकेदारों से बिना लिखित अनुबंध के कराये जाते है!ताकि भविष्य मे कोई भी निर्माण कार्य गुणवत्ताहीन पाया जाता है तो फिर उसका दुबारा दुरुस्तीकरण ग्राम पंचायत न कराये!इस दिशा पर जब गुणवत्ता हीन कार्यों की जाँच पर वित्तीय अनियमितता होती है तो वसूली अधिरोपित रोजगार सहायक सरपंच -सचिव व उपयंत्री से होती है!पेटी ठेकेदार बच निकलते है!

ग्राम पंचायतो मे फैला मकड़जाल 

बहोरीबंद जनपद की सभी 79 ग्राम पंचायतो मे निर्माण कार्यों के नाम पर पेटी ठेकेदारों की गैंग सक्रिय है!यें पेटी ठेकेदार नेताओं से सांठगांठ कर ग्राम पंचायतो के सरपंच -सचिव पर दवाब बनाकर या सरपंच -सचिवो को कमीशन खोरी का लालच देकर कामों का जिम्मा ले लेते है!जिस कारण फिर निर्माण कार्यों पर ठेकेदारों की मनमानी चलती है ओर गुणवत्ताहीन सामग्री से निर्माण कार्य कराये जाते है!
जो चंद दिनों मे ही सामने आ जाते है!ग्राम पंचायतो मे ऐसे अनेकों कार्यों पर वित्तीय अनियमितता उजागर हुई है, जिस पर वसूली राशि अधिरोपित हुई है!लेकिन उसके वाबजूद भी ग्राम पंचायतो से पेटी ठेकेदारी प्रथा बंद नहीं हो रही है!

इनका कहना है – मनोज पटेल ब्लॉक अध्यक्ष सरपंच फोरम

ग्राम पंचायत राशि से जो विकास कार्य होते है उस निर्माण कार्यों की एजेंसी ग्राम पंचायत स्वयं होती है!
हालांकि यह सही है कि ग्राम पंचायतों मे निर्माण कार्य का जिम्मा पेटी ठेकेदार कर रहे जो अनुचित है!
इसके सरपंच सचिव स्वयं दोषी है!
ठेकेदारों से ही काम कराना है तो फिर लिखित अनुबंध व्यवस्था के तहत कराना चाहिए जिससे कोई निर्माण कार्य पर धांधली उजागर होती है तो ठेकेदार से भी वसूली की जाये!
इसके लिए सरपंचो बैठक लेकर योजना बनाने पर काम किया जायेगा!

इनका कहना है – अभिषेक कुमार जनपद सीईओ बहोरीबंद

ग्राम पंचायतें ग्राम स्तर पर ग्राम पंचायत राशि से जो कार्य कराती है उसकी स्वयं निर्माण एजेंसी होती है!
जिस कारण वो अपने तरीके से काम करती है!
लेकिन देखने मे आ रहा है कि ठेकेदारी व्यवस्था ग्राम पंचायतो मै चल रही है, जिस कारण कार्यों पर कोई गड़बड़ी सामने आती है सरपंच -सचिव व उपयंत्री दोषी पाए जाते है!
इसलिए सरपंच -सचिवों को निर्देशित किया जायेगा कि जब ग्राम पंचायत स्वयं निर्माण एजेंसी है तो पेटी ठेकेदारों के माध्यम से क्यों निर्माण कार्य करा रही है!

 


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