निकली ताजियों की सवारी,या हुसैन या हुसैन के लगे नारे




सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद :रविवार को इमाम हुसैन की शहादत की याद मैं मोहर्रम पर्व स्लीमनाबाद तहसील क्षेत्र मे मुस्लिम धर्मावलंबियों ने मनाया ।मोहर्रम की दसवीं तारीख पर ऐतिहासिक फूलों के तजिए के साथ मोहर्रम के जुलूस की शुरुआत स्लीमनाबाद तहसील मुख्यालय मैं मस्जिद से हुई।जहां जुलूस पूरे नगर का भ्रमण करते मुख्य बाजार पहुँचा।जहां मुस्लिम धर्म गुरुओं से आशीर्वाद लेने हिन्दू समुदाय के लोग भी पहुँचे।मोहर्रम पर्व मुस्लिम समाज के लोगो के द्वारा अनेक प्रकार की अकीदत भी पेश की गई।मोहर्रम पर रविवार को मुस्लिम समुदाय के लोग हजरत इमाम हुसैन की याद में गमजदा हो गए व अकीदत पेश की। बाद में गमजदा माहौल में ताजिया शरीफ को झालरे और जलाशयों में सैराब किया गया। मुस्लिम घरों में चूल्हे नहीं जले। कई लोगों ने रोजे और उपवास रखे।हजरत इमाम हुसैन और कर्बला के 72 शहीदों की याद में दी हजरत हुसैन सोसायटी की ओर से बड़ा हाईदौस खेला गया।कर्बला के मंजर का प्रसंग सुनकर कई धर्मावलंबी गमजदा होकर सुबक उठे।कौमी एकता की मिसाल को कायम रखते हुए मोहर्रम की 10 तारीख के जुलूस को स्लीमनाबाद की सरजमी में एक नई आमद का आगाज हुआ ।सादिक बाबा ताजी की नई छड़ सन्नू बाबा की छड़ दोनों मुज़ावीरों ने मजमे को संभाल के रखा और दोनों ताजिया दोनों छड़े एक साथ बस्ती का गस्त करते हुए जुलूस संपन्न हुआ। हसनी हुसैनी सोसाइटी के सदस्यों का पूरा सहयोग रहा।
हजारों की संख्या में अकीदतमंद ताजियों को ले जाकर देर शाम करबला में सपुद ए खाक किया गया।मोहर्रम पर्व शांति पूर्ण तरीके से सम्पन्न हो इसके लिए पुलिस कर्मियों ने मोर्चा संभाला हुआ था।इस दौरान जिला पंचायत सदस्य पंडित प्रदीप त्रिपाठी, नायब तहसीलदार आर के नामदेव, थाना प्रभारी अखिलेश दाहिया सहित बड़ी संख्या मे पुलिस कर्मियों की उपस्थिति रही।















































