सिहोरा जिला आंदोलन:जिले की जिद पर अड़े सिहोरा वासियों की कब होगी मांग पूरी ?

जबलपुर/सिहोरा: सिहोरा को पूर्ण जिला का दर्जा देने की मांग को लेकर सर्वदलीय लक्ष्य जिला आन्दोलन समिति के तत्वावधान में चल रहे आंदोलन के सातवें दिन जहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व प्रचारक प्रमोद साहू का अनशन जारी है तो वहीं सिहोरा खितौला लगातार चौथे दिन भी बंद रहा। धरना स्थल पुराने बस स्टेंड क्रमिक अनशन के रुप में आज दुसरा जत्था भूख हड़ताल पर बैठा।सरकार की लगातार बेरुखी और ठोस निर्णय न लेने से आंदोलनकारियों के सब्र का बांध टूट रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सिर्फ बंद नहीं बल्कि सिहोरा के सम्मान और हक़ की लड़ाई है। विदित हो आमरण अनशन कर रहे पूर्व जिला प्रचारक के अस्पताल में भर्ती होने पर भी शाशन स्तर पर कोई पहल न होने पर जनता में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। प्रतिदिन क्रमिक अनशन पर बैठने लोगों की संख्या भी बढ़ती जा रही हैजिले की मांग कर रहे लोगो का जुनून इस हद तक पहुंच गया की मात्रभूमी के लिए सबकुछ न्यौछावर करने तैयार है।
सरकार को हो रही राजस्व की हानी
लगातार चल रहे सिहोरा जिला आन्दोलन से बंद चल रहे सिहोरा खितौला में इस समय व्यापार व्यवसाय ठप्प पड़ा।केवल दैनिक उपयोग की बस्तु का क्रय विक्रय न होने के कारण जीएसटी के रुप में हांसिल होने वाले राजस्व के अलावा रजिस्ट्री शुल्क,वाहनों की बिक्री,एंव बन्द के दौरान ग्रामीणो के सिहोरा न आने के कारण शासकीय कार्य में लगने वाले शुल्क आदी से शासन को को बड़े राजस्व की हानी होने की संभावना व्यक्त की जा रही।
जिला के लिए अपनी ही सरकार से हक़ मांगने खड़ी है भाजपा
सिहोरा जिला आन्दोलन में ऐसा प्रतीत होता है कि 26 साल पुराना इतिहास अपने आप को दुहरा रहा है ऐसा इसलिए प्रतीत हो रहा है क्योंकि 1999 में कांग्रेस सत्ता में थी तब भी जिला आन्दोलन चरम पर चल रहा था और सरकार के विरोध में जाकर कांग्रेस कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए। आज भाजपा सत्ता में है तो उसके कार्यकर्ता भी जिला के लिए अपनी सरकार से हक मांगने खड़े हैं। इसमें सिहोरा के वो पार्टी पदाधिकारी शामिल नहीं हो रहे जो संगठन या अन्य किसी पदों पर आसीन हैं एक बार फिर जिला आन्दोलन परवान चढ़ रहा है और गत चार दिनों से सिहोरा खितौला बंद है।अब देखना है सरकार क्या निर्णय लेती है।
बंद के चलते ठहर गई जिन्दगी
लगातार चार दिनों से बन्द व्यवसायिक गतिविधी से जहा शाशन को राजस्व की क्षति हो रही है वही आम लोग भी परेशानी का सामना कर रहे हैं। नगर के आन्तरिक परिवहन के साथ सिहोरा बस स्टेण्ड से यात्री बसों का संचालन न होने के कारण दुरदराज के ग्रामो एंव शहरो से आने वाले लोगों को हाइवे से नगर तक आने के लिए परेशान होना पड़ रहा है।इसके अलावा अव दैनिक दिनचर्या में उपयोग में आने वाली बस्तुओ के लिए भी लोगो को परेशान होना पड़ रहा है और वे यहां से वहां भटक रहे और सरकार को कोस रहे हैं।
आन्दोलन कारियों से मिलने पहुंचे सीईओ
आज जिला पंचायत सीईओ अभिषेक गहलोत आंदोलनकारियों से मिलने पहुंचे लेकिन सिहोरा वासियों ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अब किसी भी आश्वासन या टालमटोल की बातचीत नहीं चलेगी जिला से कम कुछ भी मंज़ूर नहीं।सीईओ ने अपनी ओर से कहा कि शनिवार को जबलपुर आ रहे उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा से अनशनकारियों की वार्ता करा कोई हल निकालने का प्रयास करेंगे।बैठक के दौरान जनता का गुस्सा साफ झलक रहा था। आंदोलनकारियों ने कहा कि वर्षों से सिहोरा को जिला बनाने की मांग सिर्फ फ़ाइलों में घूमती रही है अब जनता ने तय कर लिया है कि निर्णायक संघर्ष के बिना पीछे नहीं हटेंगे।
बैठक में आगे भी बंद रखने का लिया निर्णय
गुरुवार को जिला आन्दोलन समिति ने धरना स्थल पर सिहोरा खितौला के व्यापारियों की एक बैठक का आयोजन किया जिसमें सभी व्यापारियों ने एक जुटता का परिचय देते हुए आगे भी इसी तरह जिला बनाने की मांग का समर्थन करते हुए बंद रखने का निर्णय लिया है। भूख हड़ताल में शुक्रवार को रामजी शुक्ला,अमोल चौरसिया,बाल गिरी जी महाराज,नितेश खरया आदि बैठे। प्रमोद साहू ने आज घोषणा की कि वह अस्पताल छोड़ देंगे और किसी प्रकार का स्वास्थ्य लाभ नहीं लेंगे। उनके लिए स्वास्थ्य से बड़ा सिहोरा जिला है और जब तक मांग पूरी नहीं होती संघर्ष जारी रहेगा।
इंडिया पोल खोल को आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु इस QR कोड को किसी भी UPI ऐप्प से स्कैन करें। अथवा "Donate Now" पर टच/क्लिक करें।
Click Here >>
Donate Now
इंडिया पोल खोल के YouTube Channel को Subscribe करने के लिए इस YouTube आइकन पर टच/Click करें।
इंडिया पोल खोल के WhatsApp Channel को फॉलो करने के लिए इस WhatsApp आइकन पर टच/Click करें।
Google News पर इंडिया पोल खोल को Follow करने के लिए इस GoogleNews आइकन पर टच/Click करें।















