भक्ति और ज्ञान का सागर है श्रीमद् भागवत,डॉ स्वामी मुकुंददास
दीपांशु शुक्ला जबलपुर। शिवनगर जैन मंदिर के निकट चल रही श्रीमद् भागवत कथा मैं गुप्तेश्वर पीठाधीश्वर भागवत मनीषी डॉ० स्वामी मुकुंद दास जी महाराज ने कहा कलयुग से पार पाने का एकमात्र उपाय श्री हरि के चरणाविन्द का आश्रय है।
श्रीमद् भागवत प्रभु का वांगमय स्वरूप है तथा भक्ति और ज्ञान का सागर भी है। आपने आगे कहा कि श्रीमद् भागवत कथा विचार वैराग्य ज्ञान और प्रभु से मिलने का मार्ग प्रशस्त करती है जीवन में सुख शांति समृद्धि देने वाली सुलभ एवं सुगम भागवत कथा है। भक्ति ज्ञान वैराग्य तथा त्याग जो हमारे जीवन में प्रदान करे उसे हम भागवत कहते हैं। कथा के पूर्व व्यास पीठ का पूजन अर्चन वेद मंत्रों की ध्वनि के साथ पंडित छबि लाल तिवारी ने कराया श्रीमती मीरा सिंह चौहान ने पूजन किया। इस अवसर पर श्रीमती ललिता चौहान श्रीमती संध्या दुबे अनूप सिंह चौहान प्रमोद सिंह नितिन नेमा की उपस्थिति उल्लेखनीय रही मंच संचालन आचार्य पंडित प्रदीप तिवारी ने किया।