गुरु चरणों मैं शीश नवाने गुरु आश्रमों मैं उमड़ेगा शिष्यों का सैलाब

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सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद :गुरु पूर्णिमा का पर्व भारतीय संस्कृति एवं सनातन परंपरा का एक विशिष्ट पर्व है। यह पर्व गुरु के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का भी पर्व है।गुरु पूर्णिमा महोत्सव स्लीमनाबाद तहसील क्षेत्र मे भव्यता व उत्साह के साथ 10 जुलाई गुरुवार को मनाई जाएगी।जिसको लेकर स्लीमनाबाद तहसील क्षेत्र के गुरु आश्रमों मैं तैयारियां जारी है।स्लीमनाबाद के भेड़ा स्थित प्रभु कृपा सदन धाम मैं गुरु चरणों मे शीश नवाने जिले के अलावा दूसरे जिलों से भी शिष्यों का सैलाब उमड़ेगा।प्रभु कृपा सदन धाम भेड़ा मे गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर प्रात 10 बजे से शाम 6 बजे तक गुरु दर्शन,पादुका पूजन,आशीर्वचन व भजन संकीर्तन होंगे।
साथ ही दोपहर 12 बजे से देर शाम तक भंडारा आयोजित होगा।जिसमे प्रसाद वितरण कार्यक्रम होगा।साथ ही हरिदास ब्रजधाम कोहका मैं गुरु पूर्णिमा पर्व विशाल भंडारे का आयोजन होगा।वही गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर स्लीमनाबाद मैं अखंड रामचरित मानस पाठ की शुरुआत होगी।जो पूरे श्रावण मास से चलेगी।

बाँधा मन्दिर में भव्यता के साथ मनेगी गुरु पूर्णिमा

लघु वृंदावन धाम बांधा इमलाज मैं 10 जुलाई को गुरुपूर्णिमा महोत्सव भव्यता के साथ मनाया जाएगा।जिसमे सायं 7 बजे भगवान मुरलीमनोहर ,आदिशक्ति मां दुर्गा ,भगवान भोलेनाथ की महाआरती होगी एवं प्रसाद वितरण होगा ।श्री राधाकृष्ण सेवासमिति के रामनरेश त्रिपाठी, नवनीत चतुर्वेदी, महेश पाठक ,सीताराम मिश्रा ,ऐ पी चतुर्वेदी, सतेन्द्र त्रिपाठी, कृष्णकांत पांडे,राघवेंद्र दुबे,ओमप्रकाश दुबे ,मनोज पाठक,पप्पू पाठक,श्रीष गौतम,अंगद पयासी,नरेंद्र मिश्रा, बडू सिंह ठाकुर ,शैलेन्द्र विश्वकर्मा, बहादुर कुशवाहा आदि ने सभी धर्मप्रिय जनों से मंदिर पधारकर पुण्य लाभ प्राप्त करने की प्रार्थना की है ।

गुरु पूर्णिमा पर इंद्र ओर वैधृति योग 

पंडित दिलीप पौराणिक ने बताया कि गुरु पूर्णिमा पर्व गुरुवार के दिन पड़ने के कारण इसका महत्व बढ़ रहा है!
इसके अलावा इस दिन इंद्र योग और वैधृति योग का भी शुभ संयोग बन रहा है। यह दिन विशेष रूप से महर्षि वेदव्यास को समर्पित है!गुरु पूर्णिमा को आषाढ़ी पूर्णिमा या व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है।गुरु पूर्णिमा पर पवित्र नदी में स्नान करना व दान का विशेष महत्व है। मान्यता है कि ऐसा करने से पापों से मुक्ति मिलती है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है!


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