शारदेय नवरात्र विशेष:मृत बालक मातारानी की कृपा से हुआ था जीवित,खड़रा शारदा मंदिर मे समाये है कई अनूठे रहस्य 

इस ख़बर को शेयर करें

सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद : आदिशक्ति जगत जननी की आराधना का पावन पर्व शारदेय नवरात्र चल रहा है!चहुओर मातारानी की जयजयघोष हो रही है!भक्त मातारानी की भक्ति मैं लीन है!स्लीमनाबाद तहसील मे शारदेय नवरात्र की धूम है!पंडालो मैं दुर्गा प्रतिमा विराजित है!विद्युत की रौशनी से पंडाल आकर्षण का केंद्र बने हुए है!देवी दर्शन के लिए श्रद्धालु उमड़ रहे है!एक से बढ़कर एक दुर्गा पंडाल सुशोभित हो रहे है!प्रतिदिन भक्त देवी पंडालो मैं आयोजित कार्यक्रमों मैं भाग लें रहे है!मंगलवार को मातारानी के छठवे रूप माताकात्यायनी की पूजा अर्चना कर श्रंगार किया गया!तहसील स्लीमनाबाद अंतर्गत ग्राम खड़रा मैं शारदा मंदिर स्थापित है जो अपने अनूठे रहस्यो को संजोय रखा है!मंदिर के पुजारी भजनलाल पंडा ने बताया कि यह स्थल 350 वर्षो पुराना है!चार पीढ़ी से हमारे वंशज ही मातारानी की पूजा करते चले आ रहे है!इस मंदिर को लेकर एक किवंदती प्रचलित है!जिसमें कहा जाता है कि जंगल मैं गाय ओर भेड़ बकरी चराने गए बालको ने खेल खेल मैं एक बालक को बकरा बनाते हुए पशु पक्षियो के पंखा ओर हड्डियों की तलवार बनाकर उसकी गर्दन मैं रख दिया!हड्डियों से बनी तलवार से ही उस बालक की गर्दन काटकर अलग हो गई!यह देखकर बच्चें घबरा कर घर भाग गए ओर अपने माता पिता को यह बात बताई!परिवार व ग्रामीणजन मंदिर के पंडा के पास पहुंचें!पंडा ग्रामीणों के साथ उस जगह पहुंचें जहाँ बालक मृत पड़ा हुआ था!पंडा ने बालक के सिर को धड़ के पास लगाकर कपड़े से ढक दिया ओर मातारानी की साधना शक्ति मैं लोग जुट गए!मातारानी की ऐसी कृपा होई कि कुछ देर बाद मृत बालक जिन्दा हो उठा!तभी से यह मंदिर प्रसिद्ध हो गया!बड़े -बड़े दान दाताओ के द्वारा मंदिर का सर्वागींण विकास किया गया!साथ ही मंदिर मैं स्थापित पत्थर भी अपने आप बड़े आकार मैं परिवर्तित हो रहे जो अनोखा रहस्य है!
आखिर पत्थर कैसे अपने आप बड़े आकार मैं परिवर्तित हो जाते है यह भी एक रहस्य इस मंदिर से जुडा है!इसके साथ अन्य मान्यताये भी है!मंदिर मैं आस्था के साथ जो भक्त अपनी मनोकामना करते है वो मनोकामना भी पूर्ण होती है!
नवरात्र के चलते लोगों ने अपनी मन्नत के अनुरूप ज्वारे खप्पर स्थापित किये है, जिनकी मन्नते पूर्ण हुई है वे ही दोनों पहर माता के दर्शन को आते है!शनिवार को नवमी तिथि पर विशाल ज्वारे जुलूस निकाला जायेगा!खड़रा स्थित शारदा मंदिर पहुंचने के लिए स्लीमनाबाद, बहोरीबंद व सिहोरा उलदना से पहुंच मार्ग है!

इंडिया पोल खोल को आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु इस QR कोड को किसी भी UPI ऐप्प से स्कैन करें। अथवा "Donate Now" पर टच/क्लिक करें। 

Click Here >> Donate Now

इंडिया पोल खोल के YouTube Channel को Subscribe करने के लिए इस YouTube आइकन पर टच/Click करें।

इंडिया पोल खोल के WhatsApp Channel को फॉलो करने के लिए इस WhatsApp आइकन पर टच/Click करें।

Google News पर इंडिया पोल खोल को Follow करने के लिए इस GoogleNews आइकन पर टच/Click करें।


इस ख़बर को शेयर करें