बिजली ट्रिपिंग की समस्या व अघोषित कटौती से लोग हलाकान

इस ख़बर को शेयर करें

सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद :  वर्षा काल का समय चल रहा है!
क्षेत्र मे हो रही अघोषित कटोती से विद्युत विभाग के मेंटेनस कार्य की कलई खुलकर सामने आ गईं!वर्षा काल के दौर पर जहां बिजली की नितांत आवश्यकता है।वही बिजली की अघोषित कटौती से जीवन दूभर हो रहा है।बहोरीबंद विकासखण्ड मैं तेज आंधी और बारिश होने पर अधिकांश हिस्सों में अंधकार होना आम बात है।लेकिन सामान्यत बिजली की कटोती करने से जीवन दूभर हो रहा है!इसकी सबसे बड़ी वजह बिजली कंपनी का मिस मैनेजमेंट है। बारिश से पूर्व कंपनी के द्वारा मेंटेनेंस का कार्य किया गया!
ताकि बारिश में बिजली गुल होने की नौबत न आएं।वर्तमान मे रोजाना बिजली गुल होने की शिकायतें सामने आ रही है।विकासखण्ड के तिंगवा,खरगवां, देवरी,बाकल,चाँदनखेडा,मसन्धा,पाकर मोहनिया नीम ,ककरेहटा,हथियागढ़, अमरगढ़, कूड़ा सहित अन्य ग्रामो मैं प्रतिदिन समस्या सामने आ रही है।वहीं सोमवार को स्लीमनाबाद तहसील क्षेत्र मे शाम के बिजली की कई घंटे कटोती की गईं!बिजली कंपनी की हेल्पलाइन 1912 या फिर ऊर्जस ऐप पर शिकायत के बावजूद बिजली गुल होने की सही वजह पता नहीं चल पाती है।

मेंटेनेंस बन गया दिखावा

विकासखण्ड में बिजली आपूर्ति के लिए करीब दर्जनों फीडर है। इनके मेंटेनेंस के लिए हर जोन स्तर पर टीम गठित की गई!इन टीमों की जिम्मेदारी बारिश से पहले तारों व खंबों के आस-पास के पेड़ों की टहनियां छांटने, लाइन दुरुस्त करना, बिजली के खंबो को ठीक करना, खुली डीपी आदि की मरम्मत है। मगर क्षेत्र में कई जगहों पर डीपी खुली है। पेड़ों की शाखाएं बिजली के तारों को छू रही है। डीपी खुली है।
फिर यह कैसा मेंटेनेंस हो रहा है। कई इलाकों में फॉल्ट की शिकायतें मिलती है।घरेलू व कृषि ट्रांसफार्मर खराब पड़े है जिनका सुधारकार्य नही कराया जा रहा।बिजली की कटौती सुबह शाम की जाए तो _चल जाये लेकिन दोपहर व रात्रि मैं कटौती से जन जीवन अस्त व्यस्त हो रहा है। रात्रि के समय कटौती से के समय जहरीले जीव जंतुओं का डर लगा रहता है।कितने समय बिजली कटौती होगी,कितने समय आएगी इसका समय निश्चित नही रहता।बिजली कटौती के संबंध मे जानकारी जब विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को फोन लगाया जाता है तो फोन तक रिसीव नही किया जाता।
एक ओर बिजली कंपनी बिजली बिल भरने से लेकर पंचनामे तक की कार्रवाई ऑनलाइन कर रही है दूसरी ओर, मेंटेनेंस के लिए बिजली बंद होने की जानकारी ही उपभोक्ताओं को नहीं मिल पा रही है।विद्युत विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अघोषित कटौती नही की जाती है।जब कोई फाल्ट की समस्या आती है तभी कटौती की जाती है। मेंटेनेंस की प्रक्रिया हमेशा चलती रहती है।

 

इंडिया पोल खोल को आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु इस QR कोड को किसी भी UPI ऐप्प से स्कैन करें। अथवा "Donate Now" पर टच/क्लिक करें। 

Click Here >> Donate Now

इंडिया पोल खोल के YouTube Channel को Subscribe करने के लिए इस YouTube आइकन पर टच/Click करें।

इंडिया पोल खोल के WhatsApp Channel को फॉलो करने के लिए इस WhatsApp आइकन पर टच/Click करें।

Google News पर इंडिया पोल खोल को Follow करने के लिए इस GoogleNews आइकन पर टच/Click करें।


इस ख़बर को शेयर करें