सूर्य को अर्घ्य देकर तिल के लड्डू का लगाया भोग, नदी व सरोवरों मैं आस्था की डुबकी लगाने लगाने उमड़ा जनसैलाब

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कटनी/स्लीमनाबाद(सुग्रीव यादव ): सूर्य उपासना का पर्व मकर संक्रांति बहोरीबन्द विकासखण्ड क्षेत्र भर में परंपरागत रूप से सोमवार को मनाया गया। श्रद्धालुओं ने पवित्र जलस्रोतों में स्नान करने के बाद भगवान के दर्शन किए और खिचड़ी सहित तिल-गुड के बने पकवान और खिचड़ी आदि दान की। इसके साथ ही मेलों का सिलसिला भी शुरू हो गया है। मेलों में लोग झूलों का भरपूर आनंद उठाये।
मकर संक्रांति पर डुबकी लगानी के लिए सुबह बड़ी संख्या में श्रद्धालु रूपनाथ धाम जहां स्नान कर भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया गया और भोलेनाथ की पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की गई ।
साथ ही खिचड़ी सहित गुड व तिल आदि दान किया। वही क्षेत्र के जिलहरी धाम,तपत कुंड धाम सहित अन्य मंदिरों में भी दिनभर श्रद्धालुओं की भीड़ रही।

रूपनाथ धाम मेला का हुआ आगाज-
बहोरीबंद के प्रसिद्ध रूपनाथ धाम मैं मकर संक्रांति से सात दिवसीय मेला का आगाज हुआ।
वही स्लीमनाबाद के तपत कुंड धाम व बिलहरी के गया कुंड धाम मैं भी मकर संक्रांति मेला का आगाज हुआ।जहां लोग मेला देखने पहुँचे।
यहां भी सुबह लोग स्नान कर पूजा अर्चना की।
वही घरो मैं मकर संक्रांति के पर्व पर तिल-गुड़ ,गजक के व्यंजन बनाये गए।

शुरू हुए शुभ मांगलिक कार्य-
पंडित दिलीप त्रिपाठी ने बताया कि इस बार 14 जनवरी को सूर्य का रात 2:44 बजे धनु से मकर राशि मे प्रवेश हुआ।
ऐसे मैं संक्रांति पर्व पर दान पुण्य का महत्व सोमवार के दिन रहा।
इस कारण मकर संक्रांति पर्व सोमवार को मनाया गया।
साथ ही 16 दिसम्बर से लगा खरमास भी मकर संक्रांति को समाप्त हो गया।जिससे 16 जनवरी से  शुभ मांगलिक कार्यो के साथ शादी विवाह भी शुरू हो जाएंगे।


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