मावठे की बारिश से पानी -पानी हो गई खरीदी केंद्रों में रखी धान
जबलपुर :विगत चार पांच दिनों से ऐसा मौसम बना की आज सुबह ब्रम्हमुहूर्त में ही इंद्रदेव ने रिमझिम बरसात सुरु कर दी थी उसके बाद दिनभर बारिश का दौर चलता रहा,तो वहीं मावठे की बारिश कहीं आफत तो कहीं राहत बनकर ऐसी बरसी की आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ।और जिसका डर था आखिर वही हुआ। जिले के लगभग सभी उपार्जन केन्द्रों में खुले में रखी हजारों क्विंटल धान बारिश से पानी -पानी हो गई।
हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे अफसर व समिति प्रबंधक
वहीं मौसम विभाग द्वारा चार-पांच दिन पहले ही बारिश होने की आशंका जाहिर किए जाने के बावजूद अफसर व समिति प्रबंधक हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे। शनिवार की सुबह बारिश का क्रम शुरू होते ही सारी बदइंतजामी सामने आ गई। कई केन्द्रों में जहां लबालब पानी भर गया, वहीं धान पानी में बहती भी नजर आई। दर्जनों उपार्जन केन्द्रों में हजारों क्विंटल धान बारिश में भीगने की जानकारी सामने आई है। इन केन्द्रों में उपार्जित धान तो भीग ही गई, वहीं किसानों द्वारा तुलाई के लिए लाई गई धान भी गीली हो गई। ।वहीं दूसरी ओर उन किसानों में भारी मायूसी छाई हुई है जो खरीदी केन्द्रों में अपनी धान लेकर पहुंच गए थे, लेकिन उनकी धान की तुलाई कराने की बजाय खुले में ढेर लगवा दिया गया था। ऐसे किसानों में भारी निराशा है।
*परिवहन में विलम्ब भी बना कारण*
कई केन्द्रों में परिवहन न होने के कारण स्टेक बनाकर तिरपाल ढांककर रखा गया था, ताकि बारिश से धान को बचाया जा सके, लेकिन अधिकतर केन्द्रों में भारी मात्रा में धान खुले में ही रखी हुई थी। इस धान पर पानी कहर बनकर बरपा और हजारों क्विंटल धान भीग गई। खरीदी से जुड़े विभागों के अफसर व खरीदी प्रबंधक शनिवार तक बेफिक्र बने हुए थे। वहीं खरीदी केदो में उपार्जित धान के स्टेक लग जाने के कारण स्थान के अभाव में तोल ना होने से अनेक किसानों की धान खुले आसमान के नीचे देर के रूप में पड़ी हुई थी शनिवार की सुबह ठण्डी हवा के साथ जब बादल छाए तब खरीदी प्रबंधक व खरीदी प्रभारी हरकत में आए, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
*इन केन्द्रों में दिखी बदइंतजामी*
बारिश के पानी में कई केन्द्रों में धान बहती व तैरती नजर आई। लगातार निर्देशों के बावजूद खरीदी केन्द्रों के प्रबंधकों द्वारा बारिश से धान को बचाने के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए।जिले के कई केंद्रों में अव्यवस्था नजर आई, सहजपुर समिति के लमकाना खरीदी केंद्र घाट सिमरिया समिति के पहरेवा खरीदी केंद्र सहित दो दर्जन से ज्यादा केन्द्रों में अव्यवस्था सामने आई। खरीदी प्रबंधकों की लापरवाही का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ेगा। कलेक्टर ने एक दिन पहले ही बारिश से बचाने के पर्याप्त इंतजाम करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन कोई इंतजाम नहीं किए गए।