नागपंचमी विशेष :काल सर्प दोष से मुक्ति व सर्प काटने वालो को मिलता है आराम, अद्भुत रहस्यों को  संजोय रखा है कुआँ का 113 साल पुराना शेषनाग मंदिर

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सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद : जिले का इकलौता शेषनाग मंदिर बहोरीबबंद तहसील की ग्राम पंचायत कुआँ मैं स्थित है।जो अपने अद्भुत रहस्यों को आज भी संजोय है।यहां तो वैसे प्रतिदिन जिसे सर्प डसता है वो मंदिर पहुँचकर पूजा अर्चना करते है।लेकिन नागपंचमी के दिन प्रदेश के कई जिलों से लोग पहुँचते है व काल सर्प दोष मुक्ति के लिए पूजा-अर्चना करते है।

113 वर्ष पुराना है शेषनाग मंदिर

शेषनाग मंदिर के पुजारी राममिलन नायक ने बताया कि कुआँ स्थित शेषनाग मंदिर जिले का इकलौता शेषनाग मंदिर है।यहां सर्प डसने से पीड़ित लोग बड़ी संख्या मे पहुँचते है।साथ ही जिन्हें काल सर्प दोष होता है उन्हें भी काल सर्प दोष से मुक्ति मिलती है।वैसे तो प्रतिदिन लोगो का आना-जाना मंदिर मे लगा रहता है लेकिन नागपंचमी पर प्रदेश के कई जिलों से लोग अपनी मन्नतों को लेकर पहुँचते है।लोग पूजा अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना करते है।साथ ही काल सर्प दोष निवारण के लिए भी विशेष पूजा होगी।
शेषनाग मंदिर पहुँचने के लिये बहोरीबंद, सिहोरा व स्लीमनाबाद मार्ग से सीधे वाहन आते है,जो सीधे कुआँ ग्राम पहुँचते है।

नागपंचमी पर होंगे विविध आयोजन

पंडित दिलीप पौराणिक ने बताया कि हिंदू धर्म में नागपंचमी पर्व का विशेष महत्व है। यह पर्व हर वर्ष श्रावण मास के शुक्‍ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन नागों की पूजा- अर्चना की जाती है। दरअसल भोलेनाथ गले में नाग देवता को धारण करते हैं। इसलिए मान्यता है जो भी व्यक्ति आज के दिन नाग देवता की पूजा करता है, भगवान महादेव उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।नाग पंचमी का पर्व 29 जुलाई दिन मंगलवार को मनाया जाएगा। वहीं इस दिन कई शुभ योग भी बन रहे है! इस वर्ष नाग पंचमी तिथि पर शिव योग और रवि योग का बेहद शुभ संयोग बन रहा है। साथ ही 29 जुलाई को सावन का मंगलवार होने के कारण इस बार नाग पंचमी पर मंगला गौरी व्रत का संयोग भी है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस योग में नाग पंचमी के दिन पूजा-पाठ और मंत्रों का जाप करना बहुत ही फलदायी साबित होता है। नाग पंचमी पर नाग देवता की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त 29 जुलाई को सुबह 5 बजकर 41 मिनट से लेकर सुबह 8 बजकर 23 मिनट तक रहेगा। वहीं 29 जुलाई को चौघड़िया का शुभ मुहूर्त सुबह 10 बजकर 41 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 28 मिनट तक रहेगा। अगर दोपहर के शुभ मुहूर्त की बात करें तो 12 बजकर 27 मिनट से लेकर 2 बजकर 9 मिनट तक रहेगा। पूजन के लिए दूसरा मुहूर्त दोपहर 3 बजकर 51 मिनट से लेकर शाम 5 बजकर 32 मिनट तक रहेगा।  नाग पंचमी पर पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होते हैं और कालसर्प दोष व सर्पदंश के भय से मुक्ति मिलती है। मंगलवार को नागपंचमी का त्यौहार बहोरीबंद विकासखण्ड क्षेत्र मे उत्साह व उमंग के साथ मनाया जाएगा।अलसुबह से लोग नागदेवता की पूजा अर्चना करने के साथ सर्पों को दूध अर्पित करेंगे।मंदिरों मैं विविध धार्मिक कार्यक्रम आयोजित होंगे।


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