भक्तों के बीच मुनिसुधा सागरजी बोले मधुर वचन 

बहोरीबंद: मैं मनुष्य हूं यही आत्म जागरण का सूत्र है मेरी किस्मत में जो लिखा है वही प्राप्त होगा जो भगवान ने दिया है वही होगा समय से पहले कुछ नहीं आवेगाऐसी यह तीन बातेंजिसके दिमाग में आती ही नही वही सही और सकारात्मक सोच वाला है ऐसी सोच वाला व्यक्ति जिस रास्ते पर चल देगा वह मंजिल प्राप्त कर लेगा .हमारे आदर्श पुरुष कंटकाकीर्ण मार्ग पर चले अपूर्व उत्साह पुरषार्थ और .प्रबल आत्मवल से उन्होंने स्वयं को समय की कसौटी पर स्वतंत्र कर दियातुम मानव हो
यह अनुभूति तुम्हें प्रतिपल बनी रहती है तो मानवोचित कार्य भी करना चाहिए क्या कर्तव्य हैस्वयं के प्रति परिवार समाज धर्म .राष्ट्र जिस दिन तुम्हारा भली भांति निर्णय हो जाएगा वहीं से तुम्हारा स्वयंभू बनने का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा .मां से यह पूछना कि मैं क्या हूं मन तो तुम्हें राजा बेटा ही कहेगी पर तुम वह हो नहीं स्वयं यथार्थ के धरातल पर बड़े होकर निर्णय करनामें क्या हूंऔर निकाल पादना मार्ग पर मंजिल प्राप्त कर लोगे उक्ताशय के सारगर्भित उदगार श्री चमत्कारोदय तीर्थ क्षेत्र बहोरीबंद में विराजमान मुनि पुंगव सुधा सागर जी महाराज द्वारा धर्म सभा में व्यक्त किया आगे उन्होंने कहा कि मैं मानव हूं स्वतंत्र अस्तित्व वाला हूं जगत के सहारे मत चलना पर स्वच्छंद भी मत हो जाना तुम्हारा जीवन मूल्यवान है स्वयं की कीमत का आकलन करो मैं क्या नहीं कर सकता जिस दिन तुम्हें अपने आप का अनुभव आने लगेगा बस वहीं से स्वयंभू बनने का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा परमात्मा अवध ज्ञान के धारी थे पर उन्होंने उस ज्ञान का आनंद नहीं देखा उन्होंने आत्म बल के सहारे .इंद्रीय ज्ञान का उपयोग कर आनंद की अनुभूति की आनंद अतुलनीय हैआप व्यवहार है अनुभव का आनंद है मनुष्य हूं वह यही आत्म जागरण का मार्ग है मार्ग में आई वाघा में रोना नहीं हंसते रहना तुम्हारी पहचान .सुख-दुख और संकट में ही होगी।

 

कार्यक्रम के प्रथम चरण में वालम्हचारी प्रदीपभैया के निर्देशन मे  मंदिरजी मे  पूजन विधानअभिषेक एवं सामूहिक शांति धारा का आयोजन बड़ी संख्या में उपस्थित धर्म प्रेमी जनों की उपस्थिति में संपन्न किया गया उत्तम चंद जैन कोयलाप्रमोद काका प्रमोद जैन चूना अनुराग जैन प्रेमचंद प्रेमी संजय जैन कटनी  विनय जैन मनोज जैन के एल जैन सुरेन्द्र सिंघई मनोज मोदी  गोपीचंद जैन दिनेश जैन रमेश जैन प्रशांत जैन नीरज  जैन नरेन्द्र सिंघई अजय अहिंसा संतोश जैन भोलू जैन विजय जैन डा महेन्द्र जैन पुष्पेन्द्र मोदी आदि की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही