अनिश्चितकालीन आंदोलन की राह पर मनरेगा अभियंता संघ




जबलपुर :10 दिन के अवकाश के बाद भी मांगे पूरी ना होने से मनरेगा अभियंता संघ परेसान है, नोँबत यहां तक आ गई की जिले के समस्त मनरेगा उपयंत्री अनिश्चितकालीन आंदोलन की राह पर जाने के लिए मजबूर हैं।आज सिहोरा में मनरेगा अभियंता संघ द्वारा कलेक्टर,मुख्य कार्यपालन अधिकारी सहित मुख्यमंत्री के नाम जनपद पंचायत सीईओ को ज्ञापन सौपते हुए सरकार से मांग की है की जल्द से जल्द उनकी गे पूरी की जाये।नही तो मनरेगा उपयंत्री अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होंगे ।
ये है मांगें
वहीं मनरेगा अभियंता संघ विगत 10 दिनों से इन मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं ,1. संविदा पारिश्रमिक की गणना नियुक्ति दिनांक की सेवा अवधी से समकक्ष सेवाअवधि वाले नियमित उपयंत्री के वेतन के समतुत्य करने एवं तदन्सार वाष्षिक वेतनवृद्धि भी मिलने के आदेश तत्काल जारी हो।
2. मनरेगा उपयंत्री की मृत्यु होने पर आश्रितो को अनुकंपा नियुक्त मिलने के आदेशतत्काल जारी हो।
3. मनरेगा उपयंत्रियों को किसी भी प्रकरण में पद से पृथक किये जाने के स्थान परनिलंबित किए जाने का आदेश तत्काल जारी हो।
4. जिला या प्रदेश स्तर पर आर.ई. एस. एवं मनरेगा के उपयंत्रियों की संयुक्त वरिष्ठ्तासूची अनुसार सहायक यंत्री के प्रभार दिए जाने के आदेश जारी हो (अधिकांश जिलों मेंआर.ई.एस. के जूनियर उपयंत्रियों को सहायक यंत्री का प्रभार मिला हुआ है)।
5. नियमित कर्मचारियों की भांति मनरेगा उपयंत्री हेतु उपादन ( ग्रेजुए्टी) भुगतान केआदेश तत्काल जारी हो एवं 1 अगस्त 2023 के बाद मृत या सेवानिवृत हुए उपयंत्रियोंको भी इसका लाभ देने के आदेश हो।
6. संविदा सेवा का नवीनीकरण एक वर्ष नहीं 5 वर्ष की सी. आर. के आधार पर होताकि वित्तीय वर्ष के आखिरी में उपयंत्रियों का शोषण ना हो।
7. मनरेगा उपयंत्रियों से केवल और केवल तकनिकी कार्य ही कराये जाये। एवं चूँकिमनरेगा माँग आधारित योजना है, इसे लक्ष्य आधारित योजना बनाकर उपयंत्रियों काशोषण बंद किया जाये।
৪. मनरेगा के उपयंत्रियों का भी अपना परिवार होता है जिसका पोषण उसकीजिम्मेदारी होती है। अतः माह की प्रथम तारीख को वेतन मिल जाये, यह सुनिश्चितकिया जाये।
यसेक्ससेक्स















































