44 करोड़ साधकों के संवैधानिक अधिकारों का हनन रोकने सौपा ज्ञापन 

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छिंदवाड़ा.(भगवानदीन साहू ):अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में अखिल भारतीय नारी रक्षा मंच के तत्वावधान में देश भर के 650 जिला केंद्रों पर निकाली जा रही विशाल रैली और धरना प्रदर्शन के तहत जिले की हजारों बहनों ने जिला कलेक्टर पहुँचकर महामहिम राष्ट्रपति और मुख्य न्यायाधीश उच्च न्यायालय जोधपुर के नाम ज्ञापन देकर सन्त श्री आशाराम बापूजी की रिहाई की मांग की।

हत्या की रची जा रही साजिश 

ज्ञापन में बताया कि जोधपुर जेल में बंद सन्त श्री आशारामजी बापू की हत्या की साजिश रची जा रही है। उनके साथ जानबूझकर दुर्व्यवहार किया जा रहा है। अभी वे बहुत अस्वस्थ हैं। उनके इलाज के लिए उन्हें ना जमानत दी जा रही है , ना पेरोल और ना ही उचित इलाज की सुविधा । गत 11 वर्षों में उनके रिहाई के लिए देशभर की करोडों – करोडों सम्भ्रांत परिवार की महिलाओं ने महामहिम राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के नाम प्रार्थना पत्र प्रेषित किये जो राष्ट्रपति जी और प्रधानमंत्री जी ने कार्यवाही हेतु राजस्थान सरकार को भेजे पर आज तक किसी न्यायालय ने ना ही कोई संज्ञान लिया ना ही कोई कार्यवाही की ।

देशभर की करोडों करोडों महिलाएं उनके रिहाई के लिए धरना प्रदर्शन और रैली निकाल कर ज्ञापन दे रहीं हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पूज्य बापूजी के 11 करोड़ शिष्य हैं उनकी माता , बहन और पत्नी होना स्वाभाविक है इस प्रकार गुणा भाग करें तो लगभग 44 करोड़ लोगों के संवैधानिक अधिकारों का हनन हो रहा है। राष्ट्रपति जी और जोधपुर उच्च न्यायालय से इस संबंध में त्वरित कार्यवाही की मांग की गई। ज्ञापन देते समय साध्वी नीलू बहन , दर्शना खट्टर , डॉ. मीरा पराड़कर , छाया सूर्यवंशी , करुणेश पाल , शकुंतला कराडे , योगिता पराड़कर , वनीता सनोडिया , समिति के अध्यक्ष मदन मोहन परसाई , खजरी आश्रम के संचालक जयराम भाई , युवा सेवा संघ के अध्यक्ष दीपक डोईफोड़े , विशाल चवुत्रे आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे ।


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