रेल मंत्रालय द्वारा वेटिंग टिकिट पर यात्रा के आदेश पर पुर्नविचार की मांग को लेकर सौपा ज्ञापन 

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भगवानदीन साहू :छिंदवाड़ा : सामाजिक कार्यकर्ता भगवानदीन साहू के नेतृत्व में बहुत से धार्मिक एव समाजिक संगठनों ने महामहिम राष्ट्रपति , प्रधानमंत्री, रेल मंत्री के नाम जिले के सांसद विवेक ( बंटी ) साहू और जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौपकर रेल मंत्रालय ने 1 जुलाई 2024 को वेटिंग टिकिट पर यात्रा के आदेश पर पुनर्विचार की माँग की ज्ञापन में बताया कि देश का रेल नेटवर्क एशिया का सबसे बड़ा नेटवर्क है और विश्व का चौथे नम्बर का देश में प्रतिदिन 22593 ट्रेनों का आवागमन होता हैं जिसमें 13000 हजार यात्री ट्रेन हैं और लगभग 9 हजार माल गाडियाँ हैं । यात्री ट्रेनों में प्रतिदिन लगभग 3 करोड़ यात्री सफर करते हैं । आम लोगों के लिए रेल यात्रा बहुत ही सुगम, सस्ती और सरल भी है । रेल मंत्रालय ने 1 जुलाई 2024 से नए नियम बनाए हैं जिसमें वेटिंग टिकट पर आरक्षित बोगी में सफर नहीं करने वाला आदेश ,बेहद कष्टदायक है । यह नियम अंग्रेजों ने गोरे और काले का भेदभाव का ध्यान में रखकर बनाया था । उसी पर सरकार सख्ती से अमल कर रही है। जिसमें लाखों यात्रियों को असुविधा हो रही हैं । सरकार को चाहिए इस पर पुर्नविचार करे या सरकार ट्रेनों में स्लीपर कोच और जनरल कोच की संख्या में बढ़ोतरी करे । वेटिंग टिकट जरूरत से ज्यादा विक्रय ना करें , निश्चित वेटिंग टिकिट तक यात्री सफर करे इसके भी मापदंड तय हो , क्योंकि कई यात्री कई बार सफर नही करने के कारण उनकी बर्थ खाली रहती है जिससे दूसरे वेटिंग वाले यात्री को लाभ मिल सकता है ।

इन बातों पर करें विचार 

यह बात भी सत्य है कि वर्तमान सरकार ने कोरोना काल मे जब पूरा रेल नेटवर्क ठप्प था अपने कर्मचारियों को विधिवत वेतन भुगतान किया । कई वर्षों से घाटे में चल रही व्यवस्था को फायदे में लाया । हजारों स्टेशनों का कायाकल्प किया नई – नई ट्रेन सुविधायें दी । आम लोगों के लिये रेल यात्रा सुविधाजनक बनाई । सीनियर सिटीजन को टिकट में छूट को बन्द कर दिया गया है उसे अब पुनः चालू किया जाना चाहिए । फिर भी नए नियम बनाने वाले रेल मंत्रालय के अधिकारियों को एक बार नई दिल्ली से पटना , बिहार की ट्रेन के जनरल बोगी में सफर करके देखना चाहिए वस्तु स्थिति समझ आ जायेगी ,क्योंकि इन दिनों एक्सप्रेस ट्रेनों के जनरल बोगी में इंसानों के साथ जानवरों जैसा बर्ताव हो रहा । सभी से प्रार्थना है कि 1 जुलाई को बनाये गए नये नियम पर पुनर्विचार की मांग की जिले के सांसद विवेक ( बंटी ) साहू को यह ज्ञापन 20 जुलाई को दिया था श्री साहू ने कार्यवाही का भरोसा दिलाया है ।

ये रहे उपस्थित 

वहीँ ज्ञापन देते समय आधुनिक चिंतक हर्षुल रघुवंशी , शिक्षाविद विशाल चउत्रे , रास्ट्रीय बजरंग दल के नितेश साहू , कुनबी समाज के अंकित ठाकरे, टेलीकॉम सेक्टर के प्रतिष्ठित व्यवसायी नितिन डोईफोड़े ,कलार समाज के सुजीत सूर्यवंशी , युवा सेवा संघ के ओमप्रकाश डहेरिया , अश्विन पटेल , सुभाष इग्ले , अशोक कराडे , बबलू महोरे , आई टी सेल के प्रभारी भूपेश पहाड़े ,साहू समाज के ओमप्रकाश साहू नारायण कुशवाहा पेंशनर एसोसिएशनसे मदन मोहन परसाई , धनाराम सनोडिया , एम आर पराड़कर मुख्य रूप से उपस्थित रहे।


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