सिहोरा में लौकी के साथ बिक रही मास मछली ,सरकार के आदेश की उड़ाई जा रहीं धज्जियां 

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जबलपुर :मध्यप्रदेश सरकार के आदेश की सिहोरा के गोरी तिराहा में धज्जियां उड़ाई जा रहीं हैं, हलाकि ये बात स्थानीय प्रशासन को भी मालूम है, लेकिन सरकार के आदेश का पालन नहीं हो पा रहा है,गौरतलब है की मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पद की शपथ लेते ही पहली कैबिनेट बैठक में मांस-मछली व अंडे की खुले में बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था. यह आदेश जारी किया था कि मांस-मछली की दुकानों के लिए नियमों का सख्ती से पालन किया जाए।लेकिन सिहोरा के गोरी तिराहै में सोमवार के दिन  लगने वाली साप्ताहिक बाजार में  खुलेआम  मास मछली की दुकान संचालित हो रही है।और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।

22*लाखो की लागत से बने मण्डी प्रांगण में सन्नाटा*

वहीँ सब्जी बाजार के साथ संचालित मछली व मुर्गा अण्डे की दुकान से लोग गंदगी व बदबू से परेशान हो रहे हैं। वही अंडे की दुकान पर खुलेआम शराबखोरी एवं असामाजिक तत्वों के जमावड़े से मोबाइल पर्स चोरी की घटना आम बात हो गई है।लाखो की लागत से बने उपमण्डी प्रांगण में पक्का शेड बनाया गया है, जो व्यवस्थित है, लेकिन दुकानें न लगने से अनुपयोगी हो गया है। यहां केवल मवेशी व असामाजिक तत्व ही नजर आते हैं। स्थानीय राजस्व, पुलिस व नगर प्रशासन को सामूहिक प्रयास से बाजार को जल्द व्यवस्थित करना चाहिए।

ट्रैफिक जाम की समस्या 

वहीँ मार्ग पर दुकानें लगाने और खरीदारी करने आए लोगों के मोटर साइकिल खड़ी कर देने से सड़क पर ट्रैफिक जाम लगता है। उल्लेखनीय है कि कृषि उपज मंडी रोड में ही नगर का एकमात्र सीबीएसई स्कूल संचालित है जिससे स्कूली बच्चों को जाम से परेशानी होती है। दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि साप्ताहिक बाजार सिहोरा एवं खितोला को व्यवस्थित किया जाना चाहिए।

*इच्छा शक्ति की कमी*

स्थानीय लोगों का कहना है की तहसील के सभी विभागों की बागडोर प्रभारियो के हवाले होने एंव राजनैतिक दबाव के चलते अधिकारी साप्ताहिक सब्जी बाजार को शिफ्ट कराने में रुचि नहीं ले रहे। एक तरफ प्रदेश सरकार खुले में मांस विक्रय पर प्रतिबंध का दावा कर रही है वहीं अधिकारी कर्मचारी की दृढ़ इच्छा शक्ति की कमी के चलते साप्ताहिक बाजार में सब्जी एवं मांस अण्डे की दुकानें एक साथ संचालित हो रही है ।

 


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