भगवान शिव का पार्वती के साथ हुआ विवाह,निकली बारात जमकर थिरके भक्त

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स्लीमनाबाद (सुग्रीव यादव ): देवाधिदेव महादेव व माता पार्वती के विवाहोत्सव का पर्व महाशिवरात्रि स्लीमनाबाद के सिंहवाहिनी रसिक बिहारी जू मंदिर मैं बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया।सिंहवाहिनी मंदिर मैं शिवरात्रि महोत्सव एक दिन पहले रामचरित मानस पाठ के साथ शुरू हो गया।
शुक्रवार को भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया गया।
साथ ही चंदन, बिल्व पत्र,बेर,गाजर, आक धतूरा,धूप_दीप आदि समर्पित कर पूजा अर्चना कर खुशहाली की कामना की।
इसके बाद  मेहंदी, हल्दी और महिला संगीत का आयोजन किया गया।महिलाओ के द्वारा भगवान शिव_पार्वती विवाहोत्सव मैं विवाह की सभी रस्में की गई।महिलाओ के द्वारा एक दूसरे को हल्दी लगाई गई।मंगलमय विवाह गीत गाए गए।देर शाम बारात निकाली गई जिसमे भक्तो ने जमकर नृत्य किया।इसके साथ स्लीमनाबाद के बाबा गढ़ धाम,हरिदास ब्रजधाम , तपत कुंड धाम मैं भी बड़ी संख्या में भक्त मंदिर पहुंचकर महादेव के दर्शन किए। पर्व को लेकर मंदिरों में आकर्षक साज-सज्जा भी की गई है। अनेक मंदिरों में भंडारे भी हुए। फलाहारी प्रसादी का वितरण भक्तों को किया गया। पर्व को लेकर बाजार में भी लोगों का खासा उत्साह नजर आया।

सर्वार्थ सिद्धि व शिव योग मैं मनी महाशिवरात्रि

पंडित दिलीप पौराणिक ने बताया कि इस बार की महाशिवरात्रि विशेष संयोग और फलदायी योग में मनी।
इस बार महाशिवरात्रि पर सर्वार्थ सिद्धि व शिव योग रहा।
इस बार महाशिवरात्रि पर योग, धनलाभ के साथ ही शिवभक्तों के कार्य भी सिद्ध होंगे और ऐसा संयोग महाशिवरात्रि पर होना दुर्लभ संयोग माना जाता है। 8 मार्च को सुबह 4.46 से 9 मार्च को रात्रि 12.46 तक सर्वार्थ सिद्ध योग रहा। ऐसे नक्षत्र योग और ग्रह की स्थिति केंद्र में जब आ जाती है वह त्रिकोण से संबंध रखती है और इस नक्षत्र में पूजन करने से कार्य सिद्धि योग, धन लाभ तो होता ही है। साथ ही इसमें कोई भी नया काम शुरू करना भी विशेष फलदायी होता है।

 


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