क्या यही है स्वच्छता अभियान ? सिहोरा की कन्या शाला के खेल मैदान में गंदगी से बजबजा रही नाली
जबलपुर/सिहोरा: एक तरफ प्रदेश सरकार हम होंगे कामयाब जैसे कार्यक्रमों का आयोजन कर महिला सशक्तिकरण को प्रोत्साहित करने का दावा कर रही है वहीं विशाल भूखंड का भू स्वामी कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल सिहोरा स्वयं के आंगन को मोहताज है। विदित हो सिहोरा नगर में एकमात्र शासकीय कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत वार्ड नंबर 11 में संचालित है। 1990 के दशक में क्षेत्रीय विधायक स्वर्गीय प्रभात पांडे के अथक प्रयासों से नगर के कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल को स्वयं का स्कुल तो नसीब हो गया लेकिन भवन से संलग्न खेल मैदान की चाहरदीवारी तथा प्रवेश द्वार का कार्य अधुरा रह गया। सरकारें और जनप्रतिनिधी बदलते गये लेकिन 25 से अधिक वर्ष गुजर जाने के बाबजूद नगर का एक मात्र कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल स्वयं के आंगन को मोहताज है।
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*प्रयोगशाला कक्ष को बना दिया आई टी आई*
छात्राओं के सर्वांगीण विकास हेतु कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल को कमलनाथ सरकार के कार्यकाल के दौरान 3 विशाल प्रयोगशाला कक्ष की सौगात के साथ साथ बाउंड्री वॉल की सौगात तो मिली लेकिन प्रबंधन की दृढ़ इच्छा शक्ति की कमी के चलते छात्राओं को ना तो प्रयोगशाला कक्ष का लाभ मिल सका और ना ही कवर्ड कैंपस का।खाली पड़े प्रयोगशाला कक्षो में आई टी आई संचालित की जा रही है। जवकी आई टी आई भवन के लिए राशि स्वीकृत है और जगह भी सुरक्षित है लेकिन जनप्रतिनिधियों की निर्माण कार्य प्रारम्भ कराने में कोई रुचि नजर नहीं आ रही है। इसी प्रकार अधूरे बाउंड्री वाल निर्माण के कारण खेल मैदान भी सुरक्षित नहीं हो सका।
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*खेल मैदान से गन्दे पानी की निकासी*
स्कूल प्रबंधन की लापरवाही का इससे बड़ा उदाहरण पूरे प्रदेश में देखने को नहीं मिल सकता। वार्ड नंबर 11 के गंदे पानी की निकासी स्कूल के खेल मैदान के बीच से निकाले जाने पर शाला प्रंवधन की चुप्पी शोध का विषय बन गया है । जबकि मात्र 50 फुट नाली का निर्माण कर गंदे पानी को नगर पालिका की मुख्य नाली से जोड़ा जा सकता है। नगर की पालक संस्था नगर पालिका द्वारा अधूरी नाली का निर्माण कर खेल मैदान में गंदे पानी की निकासी करने से छात्राओं को खेल मैदान का लाभ नहीं मिल पा रहा है। स्कूल प्रबंधन अथवा नगर की पालक संस्था मात्र 50 फुट नाली का निर्माण कर खेल मैदान में फ़ैल रही गंदगी से निजात दिला सकती है।
*स्थानीय जनों ने नाली, बाउंड्री वॉल निर्माण की कि मांग*
स्थानीय जनों का कहना है कि खेल मैदान के बीच से बह रही गंदे पानी की नाली की दुर्गंध से वातावरण प्रदूषित हो रहा है। जिसका असर छात्रों के स्वास्थ्य पर भी पड सकता है। स्थानीय नागरिकों ने गंदे पानी की निकासी हेतु नाली निर्माण के साथ-साथ अपूर्ण बाउंड्री वाल का निर्माण करने की मांग की है ताकि छात्राओं को अपनी क्रीडा प्रतिभा का अभ्यास के साथ-साथ प्रदर्शन का मौका प्राप्त हो सके।
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