
फार्मर रजिस्ट्री में पनागर तहसील अव्वल,जिले में अभी तक 1 लाख 39 हजार किसानों ने कराई फार्मर रजिस्ट्री
जबलपुर, जिले में पिछले एक सप्ताह के दौरान फार्मर रजिस्ट्री के कार्य में तेजी आई है। पिछले एक सप्ताह में हुई 3 हजार 813 किसानों की फार्मर रजिस्ट्री के साथ ही जिले में अब तक कुल 1 लाख 39 हजार 377 किसानों की फार्मर रजिस्ट्री की जा चुकी है। यह लक्ष्य का 84.33 फीसदी है। जिले में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि प्राप्त करने वाले सभी 1 लाख 65 हजार 270 किसानों की फार्मर रजिस्ट्री करने का लक्ष्य है।अधीक्षक भू-अभिलेख कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले एक सप्ताह के दौरान सर्वाधिक 911 किसानों की फार्मर रजिस्ट्री शहपुरा तहसील में कई गई है। वहीं, पनागर तहसील इस मामले में जिले में अव्वल स्थान पर है। पनागर तहसील में अब तक 91.28 प्रतिशत प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि पाने वाले किसानों की फार्मर रजिस्ट्री की जा चुकी है। कुंडम तहसील 88.48 फीसदी किसानों की फार्मर रजिस्ट्री के साथ दूसरे और जबलपुर तहसील 87.44 फीसदी किसानों की फार्मर रजिस्ट्री के साथ जिले में तीसरे स्थान पर है। पनागर तहसील में 14 हजार 783 किसानों में से अभी तक 13 हजार 494, कुंडम तहसील में 21 हजार 299 किसानों में से 18 हजार 845 और जबलपुर तहसील में 19 हजार 492 किसानों में से अभी तक 17 हजार 044 किसानों की फार्मर रजिस्ट्री की जा चुकी है।जिले की शहपुरा तहसील में 26 हजार 891 किसानों में से अभी तक 20 हजार 803, पाटन तहसील में 26 हजार 799 किसानों में से 22 हजार 153, मझौली तहसील में 28 हजार 833 किसानों में से 23 हजार 977, सिहोरा तहसील में 25 हजार 744 किसानों में से 22 हजार 223, आधारताल तहसील में 522 किसानों में से 144, राँझी तहसील में 355 किसानों में से 221 तथा गोरखपुर तहसील में 552 किसानों में से अभी तक 473 किसानों की फार्मर रजिस्ट्री हो चुकी है।भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय तथा मध्यप्रदेश शासन के राजस्व विभाग द्वारा जारी निर्देशों के मुताबिक भविष्य में पीएम किसान योजना का लाभ प्राप्त करने किसानों की फार्मर आईडी होना अनिवार्य होगा। फार्मर रजिस्ट्री के अतर्गत प्रत्येक कृषक भूमिस्वामी को एक यूनिक आईडी जनरेट कर प्रदान की जा रही है ताकि कृषकों को आसानी से केसीसी ऋण कम्प्यूटरीकृत प्रक्रिया के माध्यम से प्राप्त हो सके और हितग्राहीमूलक योजनाओं हेतु लक्ष्य निर्धारण एवं कम्प्यूटरीकृत प्रणाली से सत्यापन की प्रक्रिया सुनिश्चित की जा सके।फार्मर रजिस्ट्री से किसानों की पहचान सुनिश्चित होगी, किसानों का डेटा बेस तैयार होगा और कृषि सबंधी नीतियों के क्रियान्वन में मदद मिलेगी। फार्मर रजिस्ट्री या फार्मर आईडी से किसानों को पीएम किसान एवं अन्य शासकीय योजनाओं का लाभ लेने में भी आसानी होगी। किसान घर बैठे अपने मोबाइल पर फार्मर सहायक एमपी एप डाउनलोड कर फार्मर रजिस्ट्री करा सकते हैं। जिले में अभी तक हुई कुल फार्मर रजिस्ट्री में से 16 हजार 406 किसानों ने मोबाइल एप के माध्यम से फार्मर रजिस्ट्री कराई है। मोबाइल एप के अलावा किसान पटवारी अथवा उनके गांव में नियुक्त सर्वेयर सहायक से भी फार्मर रजिस्ट्री करा सकेंगे। एमपी ऑनलाइन कियॉस्क या कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से भी निर्धारित शुल्क चुकाकर किसान फार्मर रजिस्ट्री करा सकेंगे।
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