अन्नदाता पर मौसम की मार:बारिश और तेज हवाओं के साथ गिरे ओले, गेंहू की फसल को नुकसान
सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद : मौसम विभाग की चेतावनी के बाद प्रदेशभर में बारिश और ओले गिरने का सिलसिला जारी है। वहीं शुक्रवार की रात स्लीमनाबाद व बहोरीबन्द तहसील क्षेत्र मे तेज बारिश और हवाओ के वेग से गेहूं एवं चना की फसल खेतों में बिछ गई। साथ ही ओलो की मार भी फसलों पर पड़ी।सुबह होते ही किसान अपने-अपने खेतों में फसल को देखने के लिए पहुंचे।खेतों मैं फसलों को देख किसान सहम उठे ।ग्राम जुझारी कृषक मथुरा प्रसाद ,राजकुमार यादव राजू यादव ने बताया कि बारिश व तेज हवाओं के प्रकोप से चने की घेटियां और गेहूं की बालियां खेतो मैं बिछ गई।
अब धूप निकलते ही गेंहू की बालियों मैं कालापन आएगा जिससे उत्पादन प्रभावित होगा।जानकारी के अनुसार बहोरीबंद तहसील क्षेत्र में अधिकांश किसानों ने गेहूं और चना की फसल लगाई थी।लेकिन शुक्रवार की रात अचानक तेज हवा चली और बारिश के साथ ओले गिरे ।जिससे मौसम की मार से अन्नदाता सहम गए।किसानों ने प्रशासन से मांग की कि जल्द फसलों का नुकसानी का आंकलन करवाए ओर मुआवजा दिलवाये ताकि किसानों को आर्थिक मदद मिल सके!
बेर आकार के गिरे ओले
वही तेज हवाओं के साथ क्षेत्र मैं ओले भी गिरे।बहोरीबंद के जुझारी, कूड़ा घनिया, तिंगवा,देवरी, खरगवां,मोहनिया, सिजहरी, पटी,पाली, सुपेली, पथराडी पिपरिया, महगवां, स्लीमनाबाद, पड़वार, जुजावल, राखी, कुआँ सहित अन्य गावों में बेर आकार के ओले चार मिनट तक गिरे हैं। गांवों के खेतों में कटी फसल गीली हो गई, वहीं खड़ी फसल पानी-ओले की वजह से पूरे खेत में बिछ गई। इसके अलावा कई जगहों पर तो ओले के कारण चने घेटियां गिर गई, वहीं गेहं की बालियां टूट गई हैं।ग्राम बचैया के कृषक सुनील राय, उमेश राय, संजय जैन, संजय बैरागी, जग्गू पटेल, रामदास पटेल ने बताया कि ओलावृष्टि से दलहन फसल को ज्यादा नुकसान है, वहीं गेंहूँ की फसल खेतों मे लेट गईं है!प्रशासन के द्वारा जल्द से जल्द फसल नुकसान का आंकलन कर आर्थिक सहायता प्रदान की जावे।
इनका कहना है- राकेश कुमार चौरसिया
एसडीएम
शुक्रवार की रात तेज हवाओं के साथ बारिश होने व ओले गिरने से गेंहू की फसल प्रभावित होने की जानकारी क्षेत्र से आई है!
तहसीलदार, नायब तहसीलदार व पटवारियों के दल को क्षेत्र मे खेतों मे जाकर फसल नुकसान आंकलन करने को भेजा गया है!
यदि आरबीसी के नियमों के तहत फसल नुकसानी आंकलन सामने आयेगा तों जाँच रिपोर्ट जिला प्रशासन को भेजी जाएगी ताकि किसानों को आर्थिक सहायता मिल सके!