हर्षोल्लास से मनाई गुरु पूर्णिमा,संत श्री आशारामजी आश्रम चिखलार में हुए कई कार्यक्रम

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राजेश मदान बैतूल। गुरु शिष्य परम्परा के पर्व गुरुपूर्णिमा के बारे में संत श्री आशारामजी बापू अपने सत्संग में बताया करते है कि यह दिन अपने गुरु की मानसिक पूजा करके उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का दिन है। शिष्यों को अपने गुरु पर पूर्ण श्रद्धा और समर्पण रखकर उनके आदर्शो पर चलते हुए अपनी आध्यात्मिक उन्नति करनी चाहिए। इसी को ध्यान रखते हुए श्री योग वेदांत सेवा समिति बैतूल द्वारा संत श्री आसाराम जी आश्रम चिखलार बैतूल में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर कई कार्यक्रम आयोजित किए गए।समिति के संरक्षक राजेश मदान ने बताया कि सर्वप्रथम प्रातः 10 बजे श्री चरण पादुका जी का पूजन करके श्री आशारामायण जी का पाठ, सदगुरुदेव का मानसिक पूजन, भजन, कीर्तन और सत्संग का आयोजन किया गया तत्पश्चात महाआरती करके प्रसादी वितरण की गई। साथ ही भक्तों ने सरकार और न्यायपालिका से 12 साल से जेल में बंद निर्दोष हिंदू संत की शीघ्र रिहाई की मांग की। कार्यक्रम के अंत में सभी ने एक दूसरे को गुरुपूर्णिमा की बधाई दी। इस मौके पर जिले भर के सैकड़ों साधकगण शामिल थे।

 


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