सरकारी मूल्य को नही मिल रहा किसानों का समर्थन,उपार्जन केंद्रों मैं पसरा सन्नाटा
सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद : समर्थन मूल्य पर गेहूं की सरकारी खरीद 20 मई तक होना है। लेकिन इस बार अब तक सिर्फ नाममात्र का ही अनाज सरकारी खरीद में बिका है। जबकि गेहूं की खरीद के सिर्फ 18 दिन का समय बचा है।
बहोरीबंद विकासखण्ड क्षेत्र में गेहूं की खरीद के लिए 24 खरीदी केंद्र बनाए गए हैं। जहां 13 हजार 645 किसानों ने अपनी उपज बेचने के लिए पंजीयन कराया है।
खरीदी प्रक्रिया भी हुई विलंब से शुरू-
रबी विपणन वर्ष 2024-25 के लिए समर्थन मूल्य पर 29 मार्च से खरीदी प्रक्रिया शुरू होने के आदेश थे।
लेकिन बहोरीबंद विकासखण्ड क्षेत्र मे 15 दिवस भर का समय बीतने के बाद खरीदी प्रक्रिया शुरू हुई।
जिसमे से अब तक सभी 24 उपार्जन केंद्रों मैं तो खरीदी प्रक्रिया शुरू तो हो गई है लेकिन पंजीयन के अनुसार किसान अपनी उपज बेचने खरीदी केंद्रों मैं नही पहुंचे।
ताजे आंकड़ों की बात करे तो उपार्जन केंद्र
इमलिया मैं 32 कृषक,चादनखेडा मैं 33, सिहुडी मैं 20,मसंधा मैं 11, कूडन मै 21,देवरी खरगवां मैं 27,धूरी मैं 11,कोडिया मैं 35, पडरभटा मै 56 तो धर वारा मैं 67 किसान ही अपनी उपज अब तक विक्रय किए है।
24 मैं से 10 उपार्जन केंद्र तो सायलो बैग सलैया पटोरी मैं ही है।
जिस कारण किसान सरकारी खरीद से दूर हो रहे उससे आलम यह दिख रहा है कि सरकारी खरीद से किसानों का मोहभंग हो रहा है ।
क्योंकि राज्य सरकार के द्वारा गेंहू का समर्थन मूल्य 2275 रुपए निर्धारित किया गया था साथ ही 125 रुपए गेंहू पर बोनस देने की घोषणा की थी।
बोनस की घोषणा के बाद किसानों ने पंजीयन कराने मैं रुचि दिखाई थी।
जिससे बहोरीबंद विकासखंड मै 13 हजार 645 किसानों ने पंजीयन कराया था।
उपार्जन केंद्रों मैं उपज न आने के पीछे अधिकारी अब तक किसानों का खेती के कार्य मे व्यस्त रहना बता रहे हैं और अधिकारियों का कहना है कि अब पंजीकृत किसानों की खरीदी केंद्रों पर भीड़ बढ़ेगी।
वही कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारियों के द्वारा गत दिवस खरीदी प्रभारियों की बैठक लेकर समर्थन मूल्य पर होने वाली सरकारी खरीद संबंधी दिशा निर्देश दिए।
जिसमे समिति प्रबंधकों को निर्देश दिए कि खरीदी केंद्रों पर छाया व पानी की व्यवस्था की जाए, ताकि धूप में केंद्रों पर किसानों को परेशान न होना पड़े। वहीं आसमान में छाए बादलों को देखते हुए बारिश से बचाव की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए।
मंडी में ठीक मिल रहे दाम,वही व्यापारी को विक्रय कर रहे किसान-
वर्तमान मे वर्ष की तीसरी फसल की बोवनी के साथ व शादी-विवाह के लिए किसानों को रुपयों की आवश्यकता थी।जिस कारण कृषक व्यापारियों को 2200 से लेकर 2300 रुपये मैं नगद देकर अपनी व्यवस्था करने मे जुटे है। वही
गेहूं के दाम किसान को मंडी में भी मिल रहे हैं। वर्तमान में मंडी में गेहूं के दाम 2200 से 2300 रुपए क्विंटल बिक रहा है।
जबकि समर्थन मूल्य पर 2275 रुपए प्रति क्विंटल का रेट मिल रहा है।ऐसे में किसान अपनी फसल व्यापारी को ही बेचकर सीधे नगद राशि ले लेता है।
इनका कहना है- पीयूष शुक्ला कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी
रबी विपणन वर्ष 2024-25 के तहत समर्थन मूल्य पर गेंहू खरीदी की प्रक्रिया बहोरीबंद विकासखंड के सभी उपार्जन केन्द्रों मैं शुरू हो गई है।
किसान अपनी उपज सीधे घरों व खेतों से व्यापारियों को विक्रय कर रहे है।हालांकि अब उपार्जन केन्द्रों मैं किसानों की संख्या बढ़ रही है।
20 मई तक खरीदी प्रक्रिया की समयावधि है।
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