फूलें कांस सकल महि छाई, जनु वर्षा कृत प्रकट बुढ़ाई

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सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद : इस सीजन 13 दिन पहले मानसून आने और आषाढ़, सावन ओर भादो में हुई जोरदार बारिश के बाद अश्विन मास में कांस फूलने लगे हैं।
स्लीमनाबाद तहसील क्षेत्र मै जगह-जगह खेतों मै इन दिनों कांस फूलने का नजारा दिख रहा है! कांस के फूलने का एक संकेत यह भी होता है कि अब बारिश की विदाई की बेला आ गई है। रामचरित मानस में इसके लिए लिखा गया है कि बरषा बिगत सरद रितु आई, लक्ष्मण देखहु परम सुहाई। फूले कांस सकल महि छाई, जनु बरसा कृत प्रकट बुढ़ाई। अर्थात बारिश के बाद शरद ऋतु का आगमन हो गया है और मौसम सुहाना होने लगा है। कांस फूलने के बाद अब किसान भी यही अंदाजा लगा रहे हैं कि अब बारिश नहीं होगी।

 

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