फसलों को नुकसान पहुँचा रहे आवारा पशुओ से किसान परेसान
जबलपुर : आवारा पशु किसानों के खेत मे लहलहा रही फसलों को नुकसान पहुँचा रहे हैं,पहले के समय मे पशु पालकों को यह डर रहता था कि यदि उनके पशु किसी के खेत मे गए तो पशुओं को कांजीहाउस में बंद करवा दिया जायेगा, जिसे छुड़ाने के लिए उन्हें अर्थदंड देना पड़ता था लेकिन अब कांजीहाउस बंद हो गए,नई व्यवस्था के तहत सरकार ने मध्यप्रदेश में गोशालाये खोली लेकिन अधिकांश गोशालाये भी बंद पड़ी है, ऐसे में आवारा पशु खुलेआम खेतों में लहलहा रही हरि भरी फसलों को नुकसान पहुँचा रहे हैं।
विवाद पर आमादा हो जाते हैं पशुपालक
किसान जितेंद्र कुर्मी पटेल ने बताया की ग्राम भीखाखेड़ा प्रतापपुर नुंजी नुंजा के किसान पिछले 20 सालों से निरंतर ही आवारा पशुओं से परेशान है, हर साल कम से कम 200 नग आवारा मवेशियों को जंगलों में छुड़वाते है, और ग्राम सरौली के लोग बहुत अधिक संख्या में मवेशियों को पालते हैं और प्रतिदिन इन मवेशियों को किसान भाईयों की फसलों को चराने के लिए, फसलों का नुकसान कराने के लिए अपने मवेशियों को आवारा छोड़ देते हैं, बार बार समझाने पर भी नहीं मानते,और जब खेतों से इन आवारा मवेशियों को लाकर एकत्रित किया जाता है तो जबरन में विवाद करते हैं और उल्टा ही कार्यवाही करने की धमकी भी देते हैं,