
किसानों की फार्मर रजिस्ट्री के मामले में पहले स्थान पर पनागर तहसील
जबलपुर, जिले में 94 प्रतिशत से अधिक किसानों की फार्मर रजिस्ट्री की जा चुकी है। पिछले बीस दिनों में हुई 16 हजार 264 किसानों की फार्मर रजिस्ट्री के साथ ही अब तक 1 लाख 55 हजार 641 किसानों की फार्मर रजिस्ट्री की जा चुकी है। जिले में 1 लाख 65 हजार 270 किसानों की फार्मर रजिस्ट्री करने का लक्ष्य है। कलेक्टर राघवेन्द्र सिंह ने जिले के सभी राजस्व अधिकारियों को शेष किसानों की फार्मर रजिस्ट्री का कार्य शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिये हैं।
दूसरे में जबलपुर
वहीं अधीक्षक भू-अभिलेख कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार किसानों की फार्मर रजिस्ट्री करने में पनागर तहसील जिले में पहले स्थान पर है। पनागर तहसील में अब तक प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि पाने वाले सौ फीसदी से भी अधिक किसानों की फार्मर रजिस्ट्री की जा चुकी है। पनागर तहसील में 14 हजार 783 किसानों की फार्मर रजिस्ट्री का लक्ष्य रखा गया था, इसके विरूद्ध इस तहसील में अभी तक 14 हजार 876 किसानों की फार्मर रजिस्ट्री की जा चुकी है। जबलपुर तहसील 97.04 फीसदी किसानों की फार्मर रजिस्ट्री के साथ दूसरे और कुंडम तहसील 95.90 फीसदी किसानों की फार्मर रजिस्ट्री के साथ जिले में तीसरे स्थान पर है।
फार्मर रजिस्ट्री से किसानों की पहचान
वहीं अधीक्षक भू-अभिलेख के मुताबिक जिले की जबलपुर तहसील में 19 हजार 492 किसानों में से अभी तक 18 हजार 916, कुंडम तहसील में 21 हजार 299 किसानों में से 20 हजार 425, गोरखपुर तहसील में 522 किसानों में से 527, सिहोरा तहसील में 25 हजार 744 किसानों में से 24 हजार 372, पाटन तहसील में 26 हजार 799 किसानों में से 25 हजार 132, मझौली तहसील में 28 हजार 833 किसानों में से 26 हजार 532, शहपुरा तहसील में 26 हजार 891 किसानों में से 24 हजार 433, राँझी तहसील में 355 किसानों में से 267 तथा आधारताल तहसील में 522 किसानों में से 161 किसानों की फार्मर रजिस्ट्री हो चुकी है।भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय तथा मध्यप्रदेश शासन के राजस्व विभाग द्वारा जारी निर्देशों के मुताबिक भविष्य में पीएम किसान योजना का लाभ प्राप्त करने किसानों की फार्मर आईडी होना अनिवार्य होगा। फार्मर रजिस्ट्री के अतर्गत प्रत्येक कृषक भूमिस्वामी को एक यूनिक आईडी जनरेट कर प्रदान की जा रही है ताकि कृषकों को आसानी से केसीसी ऋण कम्प्यूटरीकृत प्रक्रिया के माध्यम से प्राप्त हो सके और हितग्राहीमूलक योजनाओं हेतु लक्ष्य निर्धारण एवं कम्प्यूटरीकृत प्रणाली से सत्यापन की प्रक्रिया सुनिश्चित की जा सके।फार्मर रजिस्ट्री से किसानों की पहचान सुनिश्चित होगी, किसानों का डेटा बेस तैयार होगा और कृषि सबंधी नीतियों के क्रियान्वन में मदद मिलेगी। फार्मर रजिस्ट्री या फार्मर आईडी से किसानों को पीएम किसान एवं अन्य शासकीय योजनाओं का लाभ लेने में भी आसानी होगी। किसान घर बैठे अपने मोबाइल पर फार्मर सहायक एमपी एप डाउनलोड कर फार्मर रजिस्ट्री करा सकते हैं। जिले में अभी तक हुई कुल फार्मर रजिस्ट्री में से 16 हजार 406 किसानों ने मोबाइल एप के माध्यम से फार्मर रजिस्ट्री कराई है। मोबाइल एप के अलावा किसान पटवारी अथवा उनके गांव में नियुक्त सर्वेयर सहायक से भी फार्मर रजिस्ट्री करा सकेंगे। एमपी ऑनलाइन कियॉस्क या कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से भी निर्धारित शुल्क चुकाकर किसान फार्मर रजिस्ट्री करा सकेंगे।
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