संकट में जीवनदायिनी हिरन नदी का अस्तित्व,नदी में जा रहा हरगढ की माइंस का मलबा युक्त गंदा पानी

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जबलपुर :जीवनदायिनी हिरन नदी के अस्तित्व पर संकट के बादल छा रहे हैं ,ग्रामीणों की मानें तो हरगढ में स्तिथ कुछ माइंस का गंदा पानी और मलबा बहकर हिरन नदी में जाने से नदी के जलीय जीव जंतुओं सहित नदी में एक परत दर परत बना रहा है, यदि ऐसा ही होता रहा तो वो समय दूर नहीं जब हिरन नदी का अस्तित्व खत्म हो जायेगा।

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सैकड़ो गांवों के लाखों लोगों की प्यास बुझाता है हिरन का पानी

गौरतलब है की कुंडम से निकली हिरन नदी के जल से लाखों लोगों की प्यास के साथ किसानों की खेती भी निर्भर है , ऐसे में यदि नदी के अस्तित्व के साथ कोई खिलवाड़ करता है तो जन जीवन अस्त व्यस्त हो जायेगा।वहीं नाम न बताने की शर्त पर ग्रामीणो ने बताया की कुछ माइंस द्वारा हिरन नदी के किनारे मलबा रख दिया गया है, इस मलबे के ऊपर गिरने वाला बरसात के पानी के साथ माइंस का पानी मलबा भी नदी में जा रहा है,इतना ही नहीँ माइंस की बाउंड्री तोड़कर कुछ मलबा और गन्दा पानी नाले के रास्ते नदी में जाकर मिल रहा है,.. अंगली खबर में पूरा खुलासा करेंगे कि किस माइंस का गन्दा  पानी और मलबा नदी में मिल रहा ..

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