ग्रामीण क्षेत्र में लगेंगे उद्यम संस्कार शिविर  

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जबलपुर, ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं में उद्यमिता के संस्कार विकसित करने तथा स्वरोजगार योजनाओं की सहायता से छोटी इकाइयों अथवा व्यवसाय स्थापित करने के लिये प्रेरित करने के उद्देश्य से जिले में “उद्यम संस्कार” के नाम से अनूठा कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है।कलेक्टर राघवेंद्र सिंह की पहल पर शुरू किये इस कार्यक्रम में जिले के प्रत्येक विकासखण्ड को दो-दो क्लस्टर में बांटकर हर बुधवार को शिविर आयोजित किये जायेंगे। इन शिविरों में युवाओं को स्थानीय परिस्थितियों के मुताबिक उत्पादों का चयन करने, बाजार की संभावनाओं तथा मार्केटिंग से लेकर शासन की स्वरोजगार योजनाओं से स्वयं की इकाई अथवा व्यवसाय स्थापित करने की पूरी प्रक्रिया विशषज्ञों द्वारा बताई जायेगी। शिविरों का आयोजन आने वाले बुधवार 24 दिसम्बर से किया जायेगा और ये शिविर प्रत्येक क्लस्टर में हर सप्ताह बुधवार को लगाये जायेंगे।उद्यम संस्कार शिविरों के आयोजन की तैयारियों को लेकर आज मंगलवार को कलेक्टर राघवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में उद्योग और रोजगार से जुड़े सभी विभागों के अधिकारियों की बैठक का आयोजन किया गया। कलेक्टर कार्यालय में संपन्न हुई इस बैठक में स्वरोजगार योजनाओं के तहत युवाओं को उद्योग या व्यवसाय स्थापित करने के लिये बैंकों के माध्यम से लोन उपलब्ध कराने पर जोर दिया गया, जो कृषि आधारित हों या स्थानीय परिस्थितियों के अनुकूल हों। ग्रामीण क्षेत्र में कच्चे माल की उपलब्धता और तैयार उत्पादों की मार्केटिंग पर भी विस्तार से चर्चा बैठक में की गई। बैठक में मध्यप्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कारपोरेशन के क्षेत्रीय संचालक अनिल सिंह राठौर, जिला पंचायत के सीईओ अभिषेक गहलोत, जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक विनीत रजक तथा रोजगार एवं कौशल विकास से जुड़े विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।बैठक में तय किया गया कि उद्यम संस्कार शिविरों में युवाओं से स्वरोजगार योजनाओं के तहत उद्योग या व्यवसाय स्थापित करने आवेदन फार्म भरवाए जाएंगे तथा पात्रता के अनुसार उन्हें इन योजनाओं के तहत बैंकों से ऋण उपलब्ध कराने की कार्यवाही की जाएगी। शिविरों के आयोजन के साथ-साथ प्रत्येक बुधवार को प्रगति की समीक्षा भी की जायेगी। बैठक में स्वरोजगार योजनाओं की सहायता से युवाओं द्वारा स्थापित की गई इकाइयों के उत्पादों को एग्री स्टार्टअप, ब्लिंक इट, बिग बास्केट जैसे ऑनलाइन प्लेटफार्म तथा रिलायंस फ्रेश, डी मार्ट, बिग बाजार, व्ही मार्ट जैसे स्टोर्स से लिंक करने का निर्णय भी लिया गया, ताकि युवाओं स्थापित इकाइयों के उत्पादों को अच्छा बाजार मिल सके। इसके लिये एग्री स्टार्ट अप, ऑनलाइन प्लेटफार्म और स्टोर्स के प्रतिनिधियों को भी अगली बैठक में आमंत्रित करने के निर्देश संबधित अधिकारियों को दिये गये ताकि बाजार की मांग और उत्पादों की गुणवत्ता सबंधी फीडबैक उनसे लिया जा सके।देश भर में जबलपुर के मटर और सिंघाड़ा की अच्छी मांग को देखते हुये इनके उत्पादों पर आधारित यूनिट लगाने पर विशेष ध्यान दिये जाने की आवश्यकता बैठक में  बताई गई । इसके साथ ही मोटर मेकेनिक, मोबाइल रिपेयरिंग, कार वॉशिंग और सर्विसिंग, फेब्रिकेशन एवं बेल्डिंग जैसे व्यवसाय से भी ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को जोड़ने पर बल दिया गया।बैठक में आईटीआई एवं पालीटेक्निक से विभिन्न व्यवसायों का प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को भी उद्यम संस्कार शिविरों से जोड़ने के निर्देश दिये गये। आईटीआई या पालीटेक्निक से प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके युवाओं की अलग से कार्यशाला आयोजित करने तथा उन्हें किस स्वरोजगार योजना से और कैसे लोन मिल सकता है इसकी जानकारी देने कहा गया।उद्यम संस्कार शिविरों में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के युवाओं को उनके लिये चलाई जा रही विभन्न स्वरोजगार योजनाओं के प्रचार-प्रसार पर खास ध्यान फोकस करने के निर्देश दिये गये, ताकि ग्रामीण क्षेत्र में रह रहे इन वर्गों के युवाओं तक इनकी जानकारी पहुँच सके और वे इन योजनाओं का लाभ लेकर स्वयं का उद्योग और व्यवसाय प्रारंभ कर सकें।

 

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