उन्नत तकनीक से करे खेती ताकि कम लागत मैं हो सके अधिक आमदनी

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स्लीमनाबाद (सुग्रीव यादव ); वर्तमान रबी सीजन कृषि कार्य चल रहा है।किसानों को खेती की सही जानकारियां मिल सके व उन्नत तकनीक अपना सके इसके लिए कृषि विभाग का अमला इन दिनों किसानों के बीच पहुंचकर किसानों की समस्याएं सुन उनका निदान कर रहे है।शनिवार को किसान कल्याण एवम कृषि विभाग के उपसंचालक मनीष मिश्रा कृषि अमले के साथ खेतो मैं पहुंचे ।जहां सरसो,चना ,गेंहू फसलों का निरीक्षण किया।खाद्य एवम पोषण सुरक्षा योजना के तहत ग्राम सलैया प्यासी के कृषक रामकृष्णमिश्रा,गुरुचरण,अवधेश कुमार,सुरेंद्र कुमार मिश्रा, गेंदलाल कोल के खेत मैं चना एवम गेंहू फसल प्रदर्शन का अवलोकन किया।उपसंचालक कृषि ने कृषको को उन्नत कृषि तकनीकी अपनाकर विपुल उत्पादन प्राप्त करने की सलाह दी।उन्होंने कहा कि कृषि को लाभ का धंधा बनाने व कृषि उत्पादन मैं उत्तरोत्तर वृद्धि के लिए उन्नत बीज,बीज उपचार, सघन चलाई,संतुलित खाद प्रयोग,समय पर सिंचाई व पौध संरक्षण कार्यक्रम को अपनाने को कहा।साथ ही दानेदार रसायनिक खाद के प्रयोग मैं कमी लाने की सलाह देते हुए तरल नैनो डीएपी,नैनो यूरिया तथा जल विलेय उर्वरको के उपयोग को बढ़ाने की बात किसानों से कही।कृषि उपसंचालक ने कहा कि कृषि लागत कम करते हुए वर्तमान उन्नत तकनीकी से कृषि उत्पादन मैं किसान लगातार आगे आ रहे हैं,जिसके साकारात्मक परिणाम किसानों के सामने खेती मैं दिखाई दे रहे है।

ग्रीष्मकालीन खेती की ओर किसान अपनाएं रुचि_

कृषि उपसंचालक ने किसानों को प्रेरित करते हुए कहा कि खरीफ व रबी सीजन की तरह ग्रीष्मकालीन फसल की ओर भी रुझान बढ़ाए,जिससे खेती को लाभ का धंधा बनाया जाए।ग्रीष्मकालीन फसल की बोवनी मार्च के प्रथम सप्ताह से अप्रैल माह के दूसरे सप्ताह तक अवश्य कर ले।कम लागत से कैसे अधिक मुनाफा कृषि कार्य से लिया जा सकता है उस तकनीक को भी बतलाया गया।कृषि लागत कम करने ,जमीन की उर्वरा शक्ति को बढ़ाने व कृषि उत्पादन मैं वृध्दि के तरीकों को बतलाया गया।फील्ड भ्रमण के दौरान एसएडीओ आर के चतुर्वेदी,कृषि विस्तार अधिकारी रमाकांत गौर उपस्थित रहे।

 


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