किसान के खेत मे पहुँचा रसूखदार की खदान का गंदा पानी,गेंहू की फसल चौपट 

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जबलपुर :मध्यप्रदेश सरकार कहती है की प्रदेश में सुशासन स्थापित है,जो भी गलत करेगा चाहे कोई भी हो उसे बख्सा नहीं जायेगा तो वहीँ दूसरी तरफ जिले की सिहोरा तहसील के गांधीग्राम बुढागर एनएच 30 के किनारे खसरा नंबर 1714 में स्तिथ एक रसूखदार की खदान से निकला गंदा पानी  नहर के रास्ते नदी को तो ज़हरीला कर ही रहा था साथ ही दो दिन पूर्व नहर फूटने से खदान का गंदा पानी किसान तीरथ पटेल के खेत मे घुस गया जिसके कारण 4 एकड़ में लगी पककर कटने के लिए तैयार खड़ी गेंहू की फसल को भारी नुकसान बताया जा रहा है,

नहीं सुनता कोई 

वहीँ किसान तीरथ पटेल का कहना है की खदान के आयरन युक्त गंदे पानी जो कि नहर के फूटने से उनकी फसल में पहुँच गया है जिसके कारण खेत मे पककर तैयार खड़ी फसल में भारी नुकसान हैं ,इतना ही नहीं अब उन्हें उड़द की फसल भी नहीं मिल पायेगी , पूर्व में भी इस तरह की समस्याएं आई थी जिसकी शिकायत उनके द्वारा सिहोरा के  जिम्मेदार अधिकारियों सहित सीएम हेल्पलाइन 181 में भी शिकायत कर चुके हैं , लेकिन उनकी समस्या को सुनकर भी अनसुना कर दिया गया।अब ऐसे में यहां पर उनका और खेती करना भी दूभर हो गया है ,

क्या यही है सुशासन ?

वहीँ नियमों की मानें तो खदान का पानी बाहर नहीँ निकाला जा सकता खदान से  निकले पानी को खदान में ही स्टोर करने की व्यवस्था करनी होती है, लेकिन गांधीग्राम में एनएच 30 से लगी रसूखदार की खदान का पानी नहर के रास्ते नदी में छोड़ा जा रहा है, ग्रामीणों की मानें तो ये खदान भाजपा नेता की है शायद यही बजह है की अधिकारी भी कार्यवाही करने से पहले दस बार सोचते हैं, वैसे तो सरकार के नियम कानून सभी के लिए बराबर हैं लेकिन यहां पर सरकार के सुशासन के दर्शन नहीँ हो रहे हैं।अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्यवाही करता है?

इनका कहना है, इस समय तो नहर में पानी नहीँ हैं फिर कैसे पानी पहुँच गया, साथ ही हमने नहर में पानी छोड़ने की अनुमति किसिको भी नहीं दी है यदि नहर में पानी छोड़ा जा रहा है तो कार्यवाही की जायेगी।

अनिल तिवारी ,नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण कार्यपालन यंत्री  सिहोरा

 


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