विकास के संकल्प को एक के बाद एक नई सौगात देकर पूरा करते जायेंगे,मुख्यमंत्री डॉक्टर यादव
जबलपुर, केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी ने कहा है कि किसानों को अन्नदाता नहीं बल्कि ऊर्जा दाता बनाना होगा। इसके लिये बायोमास को एनर्जी क्रॉप में बदलकर बायो सीएनजी बनाया जाये। यह उदबोधन उन्होंने वेटरनरी कॉलेज ग्राउंड में आयोजित विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना के लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कहा। केन्द्रीय मंत्री श्री गड़करी ने ग्रीन हाइड्रोजन के बहुमुखी अनुप्रयोगों को रेखांकित किया। साथ ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से पराली और बायोमास संसाधनों की प्रचुरता लाभ उठाकर प्रदेश को ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादित करने का आग्रह किया। केन्द्रीय मंत्री श्री गड़करी ने कहा कि पराली से बिटूमिन बनाया जा सकता है। मध्यप्रदेश में ग्रीन हाइड्रोजन, सीएनजी, एलपीजी तैयार करने की अपार संभावना है। मध्यप्रदेश में कोयला खनिज के अपार भंडार है, जिनका उपयोग कोयले से मिथेनॉल बनाने में किया जा सकता है। जिसे वाहनों में फ्यूल के रूप में उपयोग कर ऊर्जा की खपत को कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि किसानों को ऊर्जा उत्पादक बनाकर भी देश में पेट्रोल, डीजल का आयात कम कर निर्यात को बढ़ावा दिया जा सकता है। उन्होंने अपने उद्बोधन में हाइड्रोजन, इथेनॉल एवं फ्लेक्स इंजन से चलने वाले वाहनों पर भी प्रकाश डालते हुये कहा कि इससे वायु प्रदूषण को रोकने और आयातित कच्चे तेल पर भारत की निर्भरता कम होगी और स्वच्छ और वैकल्पिक ईंधन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि अगले पांच साल में देश में इलेक्ट्रिक बसो का संचालन किया जायेगा। मुम्बई में डबल डेकर बसों की शुरूआत की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य नदियों में जलमार्ग बनाना है, जिससे हवाई जहाज पानी पर उतर सके। यह यातायात का सस्ता साधन होगा साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा देगा। इस दृष्टिकोण से मध्यप्रदेश उपयुक्त दिखाई देता है जहां नदियों का विस्तृत जाल मौजूद है। उन्होंने जबलपुर के भेड़ाघाट को भी जल पर्यटन के रूप में विकसित करने का आग्रह भी किया। इससे रोजगार के अवसर को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि वाहन निर्माता कम्पनी जैसे अशोक लीलेंड व जेसीबी से चर्चा कर ग्रीन हाइड्रोजन आधारित वाहन निर्मित करने का आव्हन किया था। उन्होंने बताया कि जेसीबी द्वारा ग्रीन हाइड्रोजन से संचालित वाहनों का सफल निर्माण कर विदेशों को निर्यात किये गये हैं।
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केन्द्रीय मंत्री श्री गड़करी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा गांवों को बारहमासी सड़को से जोड़ने का जो स्वप्न देखा गया था उसे प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के माध्यम से मूर्त रूप दिया गया। आज इस योजना से हिन्दुस्तान के दूर दराज इलाकों सहित सभी गांव पक्के सड़क मार्गों से जुड़ गये हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत एवं भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाये जाने के स्वप्न को ग्रामों को आत्मनिर्भर बनाये बिना पूर्ण नहीं किया जा सकता है। इसके लिये कृषि क्षेत्र के विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सिंचाई का रकबा बढ़ा है जिससे कृषि उत्पादन में वृद्धि हुई है। बीमारू राज्य की श्रेणी में आने वाला मध्यप्रदेश राज्य आज कृषि उत्पादन में अग्रणी बना हुआ है। सड़क, ब्रिज एवं टनल बनने से व्यवसाय, पर्यटन, रोजगार एवं प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि हुई है। विदेशी पर्यटकों के लिये खजुराहो एवं भेड़ाघाट आकर्षण का केन्द्र है। इस संबंध में उन्होंने अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी के कथन ‘‘अमेरिका संपन्न है इसलिये यहां की सड़कें अच्छी नहीं, बल्कि अमेरिका की सड़के अच्छी है इसलिये अमेरिका संपन्न है।’’ का उल्लेख भी किया। उन्होंने कहा कि देश के विकास के लिये चार चीजे जरूरी होती है वॉटर, पॉवर, ट्रांसपोर्ट एवं कम्यूनिकेशन। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में अगले दस सालों में 3 लाख करोड़ के काम पूरे किये जायेंगे। इसके अंतर्गत ग्रीन एक्सप्रेस हाइवे बनाने का कार्य किया जायेगा।कार्यक्रम को संबोधित करते हुये मंत्री श्री गड़करी ने बताया कि रिंग रोड के समीप जल संग्रहण के लिये स्टोरेज टेंक भी बनवाकर देने का कार्य प्रारंभ किया जा रहा है, जिससे भू जल स्तर में वृद्धि हो सके। प्रदेश के प्रमुख शहर में जबलपुर अपना अलग महत्व रखता है। यह प्रदेश के लिये ग्रोथ इंजन का कार्य कर रहा है। जबलपुर से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग के समीप लॉजिस्टिक पार्क निर्मित किये जायेंगे, जिससे किसानों को उनके द्वारा उत्पादित फल, सब्जियों एवं दुग्ध उत्पाद के भंडारण की सुविधा प्राप्त होगी, जो उनके उत्पाद को अन्य प्रदेशों एवं विदेशों को निर्यात करने में सहायता करेगी, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होगी। जबलपुर के मटर को हम अमेरिका और कनाडा में निर्यात करते हैं। जबलपुर में आईक्यूएफ खोलने की आवश्यकता है, जिसमें सब्जियां वर्षभर ताजी रहती हैं। मेरा विश्वास है कि इन सभी क्षेत्रों के विकास के साथ समृद्धता एवं संपन्नता आयेगी और जबलपुर देश के विकासशील शहरों में अगले पायदान पर आयेगा।केन्द्रीय मंत्री श्री गड़करी ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव के साथ सिंगल क्लिक से 2 हजार 367 करोड़ रूपये की लागत से कुल 226 किलो मीटर लंबी 9 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।
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विकास कार्यों के अविरल कामों की श्रृंखला चलाई
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री श्री गड़करी ने विकास कार्यों की अविरल कामों की श्रृंखला चलाई है। विकास कार्यों की अब धारा बह रही है। सरकार अपनी कार्य योजना के आधार पर अलग-अलग क्षेत्रों के विकास पर कार्य कर रही है। इन क्षेत्रों में महाकौशल वह क्षेत्र है जहां विकास की अधिक संभावना है इसलिए कैबिनेट की पहली बैठक हमने वीरांगना रानी दुर्गावती की नगरी जबलपुर में की थी। उन्होंने कहा कि आज केन्द्रीय मंत्री श्री गड़करी के मुख्य आतिथ्य में आयोजित कार्यक्रम के माध्यम से लोकार्पित होने वाली सड़कें प्रदेश के विकास के साथ-साथ औद्योगिक गति प्रदान करेगी। विभिन्न राजमार्गों एवं बाईपास के बनने और विविध प्रकार के निर्माण कार्य करने से निश्चित रूप से इस क्षेत्र की दशा और दिशा बदलेगी। उन्होंने बताया कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री गड़करी सड़क मार्ग के साथ जलमार्ग में क्रूज के माध्यम से आवागमन पर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने जलमार्ग यातायात में भी बड़ी संभावना खोजी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नर्मदा वैली क्षेत्र में जल मार्ग यातायात विकसित करने का प्रयास किया जायेगा। इस मार्ग के माध्यम से मध्यप्रदेश सीधे गुजरात से जुड़ जायेगा।
यह 21वीं शताब्दी का भारत है। अमृत काल में जिस प्रकार से इन विकास कार्यों की सौगातें मिल रही है उसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता है। वह दौर चला गया जब हमारी सड़कों में, सड़कों की बजाय गड्ढे ही गड्ढे दिखते थे।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। यह सड़कें भारत में ही नहीं बल्कि दुनियां में भी भारत का मान बढ़ाने में सार्थक सिद्ध हो रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आजादी के बाद से 2013-14 तक 1 लाख 1 हजार किलोमीटर के आसपास सड़कें थी। वह 10 साल में बढ़कर 1 लाख 61 हजार किलोमीटर की सड़के बनी है। यानी 10 साल से भी कम समय में 1 लाख 61 हजार किलो मीटर की सड़के बनना यह सचमुच में लोगों के लिए हतप्रभ कर देने वाला है। पहले प्रतिदिन केवल 11.6 किलोमीटर सड़क बनती थी अब 29.6 किलोमीटर सड़क प्रतिदिन बन रही है। सड़कों से देश का भाग्य बनता है। ये देश के विकास की रेखाएं हाथ की हथेली की रेखा के समान है। उन्होंने कहा कि सरकार ने विकास का जो संकल्प लिया है उसे निश्चित रूप से एक के बाद एक नई सौगात देकर पूरा करते जायेंगे।
मंच से किया हितलाभ वितरित
कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा मंच से प्रतीकात्मक रूप से शासन की विभिन्न योजनाओं से लाभांवित होने वाले हितग्राहियों को हितलाभ वितरित किया। इसमें श्रीमती सीमा गुप्ता को प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना अंतर्गत 50 हजार रूपये, सांई राम स्व सहायता समूह को 5 लाख रूपये एवं शारदा अन्नपूर्णा स्व सहायता समूह को 2 लाख रूपये का चेक प्रदान किया। कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री श्री गड़करी द्वारा सभी को विकसित भारत संकल्पना की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम के पूर्व अतिथियों ने विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की प्रदर्शनी तथा मॉडल का अवलोकन करने के साथ-साथ कन्या पूजन से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर जबलपुर में बनने वाले रूफ वे परियोजना तथा लोकार्पित परियोजनाओं की लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।
केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं सहकारिता मंत्री श्री वीरेन्द्र कुमार ने आज जबलपुर में विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गों के शिलान्यास व लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कहा कि इन परियोजनाओं से क्षेत्र के विकास को नई गति मिलेगी। जिससे आवागमन सुगम होगा, समय की बचत होगी एवं पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं इस्पात राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुये जबलपुर से रायपुर वाया लखनादौन राजमार्ग की मांग करते हुये प्रदेश के विकास में अन्य क्षेत्रों में भी सड़कों की आवश्यकता पर जोर दिया।मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि दमोह से गुजरने वाले उत्तर-दक्षिण गलियारे में ब्लैक स्पॉट की जानकारी केन्द्रीय मंत्री श्री गड़करी को दी थी। मंत्री श्री गड़करी ने इन ब्लैक स्पॉट के अतिरिक्त अन्य ब्लैक स्पॉट को चिंहित कर उनका सुधार कार्य करवाया। उन्होंने जबलपुर ओरछा सड़क मार्ग एवं नरसिंहपुर से दूल्हादेव से जयपुर सड़क मार्ग का भी जिक्र किया।मंत्री श्री राकेश सिंह ने कहा कि प्रदेश के विकास में नदियों की धाराओं की तरह ही सड़क निर्माण का कार्य सतत् रूप से किया जा रहा है। इससे प्रदेश के आर्थिक, सामाजिक व आद्योगिक विकास को गति मिलेगी। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग रीवा से जबलपुर की दूरी 3 घंटे एवं जबलपुर से भोपाल की दूरी 4 घंटे में तय की जा रही है। इससे यात्रियों को आवागमन में सुविधा हुई है तथा उनका समय भी बचता है। इस दौरान उन्होंने जबलपुर अमरकंटक होते हुये बिलासपुर सड़क मार्ग के बीच 3 किलोमीटर के पेच को भी शामिल करने का आग्रह केन्द्रीय मंत्री श्री गड़करी से किया। इसके साथ ही शहर में रिंग रोड से एयरपोर्ट के बीच 13 किलोमीटर की कनेक्टिविटी करने का भी आग्रह किया। जिस पर केन्द्रीय मंत्री श्री गड़करी द्वारा सीआरएफ प्रोजेक्ट बनाकर प्रस्तुत करने की बात कही।
खजुराहो सांसद श्री वीडी शर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुये कहा कि देश के विकास में सड़कों की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने एनएच 339बी के बमीठा से खजुराहो मार्ग के फोरलेन चौड़ीकरण की जानकारी देते हुये बताया कि इससे खजुराहो पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा एवं स्थानीय निवासियों के व्यवसाय में वृद्धि होगी।
इन विकास कार्यों का किया लोकार्पण एवं शिलान्यास
43.16 करोड़ की लागत से एनएच-43 के टीकमगढ़-झांसी सड़क पर स्थित जामनी नदी पर उच्च स्तरीय पुल के निर्माण का कार्य, 148.3 करोड़ की लागत से एनएच-3 के चांदिया घाट के कटनी बायपास तक दो लेन (पेव्ड शोल्डर के साथ) सड़क उन्नयन कार्य, 74.43 करोड़ की लागत से एनएच 339बी के बमीठा से खजुराहो मार्ग के चार-लेन चौड़ीकरण, एनएच-43 के गुलगंज बायपास से बरना नदी तक दो लेन (पेव्ड शोल्डर के साथ) सड़क उन्नयन कार्य, एनएच-43 के बरना नदी से केन नदी तक दो लेन (पेव्ड शोल्डर के साथ) सड़क उन्नयन कार्य, एनएच-543 के शहडोल से सागर टोला तक दो लने (पेव्ड शोल्डर के साथ) सड़क उन्नयन कार्य, एनएच-44 (म.प्र.) के अंतर्गत ललितपुर-सागर-लखनादौन खण्ड में कुल 23व्हीयूपी, पुल एवं सर्विस रोड का निर्माण, एनएच-44 के सुकतरा, कुरई और खवासा में कुल 3 फुट ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य, एनएच-44 के घुनई एवं बंजारी घाटी पर 2 ब्लैक स्पॉट के सुधार कार्य का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।
इनकी रही गरिमामयी उपस्थिति
केन्द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार, केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं इस्पात राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, पंचायत, ग्रामीण विकास एवं श्रम विभाग मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल, लोक निर्माण विभाग मंत्री श्री राकेश सिंह, सांसद श्री वीडी शर्मा, श्री ढाल सिंह बिसेन, श्रीमति सुमित्रा वाल्मीकि, महापौर श्री जगत बहादुर (अन्नू), विधायकगण श्री अजय विश्नोई, श्री अशोक रोहाणी, श्री अभिलाष पांडे, श्री महेन्द्र नागेश, श्री विश्वनाथ सिंह, श्री दिनेश राय मुनमुन, पूर्व महापौर स्वाति गोडबोले, पूर्व विधायक अंचल सोनकर, हरेन्द्रजीत सिंह बब्बू, डॉ. जितेन्द्र जामदार, नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल, प्रभात साहू, सुभाष तिवारी, श्री विनोद गोटिया सहित अन्य विशिष्ट जनप्रतिनिधिगण एवं बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद थे।
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