उफान पर सुहार नदी गाड़ा पुल डूबा,तहसील मुख्यालय से टूटा संपर्क
सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद : बारिश के सीजन पर तहसील क्षेत्र की जीवनदायिनी सुहार नदी उफान पर आई।विगत दो दिनों से हो रही बारिश के चलते नदी-नालों का जल स्तर बढ़ने से सुहार नदी भी बुधवार की सुबह उफान पर आ गई।जिससे बहोरीबंद की ग्राम पंचायत अमरगढ़ अंतर्गत गाड़ा पुल डूब गया।गाड़ा पुल डूब जाने से पहाड़ीखेडा मार्ग बंद हो गया।जिससे बचैया जाने का रास्ता बंद हो गया।दूसरे मार्गो से लोग बचैया पहुँचे।गाड़ा पुल डूब जाने से तहसील मुख्यालय बहोरीबंद से सम्पर्क टूट गया।
मौक़े पर पहुंचें एसडीएम कराया बेरीकेडिंग
सुहार नदी के उफान पर आने सर गाड़ा पुल डूबने की जानकारी लगते ही एसडीएम राकेश चौरसिया, जनपद सीईओ अभिषेक कुमार व थाना प्रभारी सुरेंद्र शर्मा मौके पर पहुंचें!एसडीएम ने मौक़े पर ही पुल के दोनो ओर बेरिकेड्स लगवाए।साथ ही नदी का जल स्तर पुल के नीचे आने तक पुलिस व राजस्व विभाग के अमले को तैनात किया।
साथ ही राहगीर नदी पार न करें उन पर कड़ी निगरानी बनाये रखने के निर्देश दिए।साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अमले को भी जरूरी दवाइयां के साथ उपलब्ध रहने कहा।वहीं ग्राम पंचायत सचिव गोविंद पटेल क़ो निर्देशित किया कि यदि जल स्तर बढ़ता है व गांव की टापू की स्थिति निर्मित होती है तो प्रभावित लोगों क़ो किसी स्थान पर विस्थापित करवाए!
जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों की लचर व्यवस्था का झेल रहे दंश
ग्राम पंचायत अमरगढ़ के आश्रित ग्राम गाड़ा -पड़रिया के निवासरत रहवासियों ने कहा कि बरसात के समय चार माह के लिए घरो मैं कैद होने विवश होंगे।घरो मैं कैद होने का खामियाजा ग्रामीणों को गाड़ा व पहाडीखेडा के मार्ग के मध्य बना रपटा है।जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों की लचर कार्यप्रणाली का दंश विगत कई दशकों से भुगत रहे है।
इस रपटे की पुल ऊंचाई बढाने को लेकर विधायक,सांसद व प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन पत्र सौप कई बार मांग की जा चुकी है लेकिन अभी तक पुल की ऊंचाई बढाने का कार्य नही किया जा चुका है।जिससे हर वर्ष बरसात के समय यह समस्या उतपन्न होती है जो वर्तमान मे उपजी है।गाड़ा पड़रिया ग्राम के पास बना पुल डूब गया है ।जिससे पहाड़ीखेडा- बचैया मार्ग मैं आवागमन बन्द है।संपर्क तहसील मुख्यालय से टूट गया है ।लोगो को पुल से इस-उस पार लाने ले जाने नाव का सहारा ही मात्र है।यदि बचैया जाना पड़े तो फिर लम्बी दूरी तय करनी पड़ती है ।
हर बार चुनाव मे उठता है मुद्दा
ग्रामीणों ने बताया कि त्रिस्तरीय पंचायत तो दूर विधानसभा व लोकसभा के चुनाव मे हर बार मुद्दा उठाया जाता है की ऊंचाई का पुल बनाया जाए जिससे वर्षा काल मे होने वाली परेशानियों से निजात मिल सके ।लेकिन चुनाव जीतने के बाद आज तक पुल की ऊंचाई का कार्य नही हो सका है।जनप्रतिनिधियों के द्वारा किया गया वादा पूरा नही किया जाता है।