भाजपा समर्पित बहोरीबंद जनपद अध्यक्ष की खतरे में कुर्सी
सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद – जनपद पंचायत रीठी मैं जनपद अध्यक्ष की कुर्सी जाने के बाद अब जनपद पंचायत बहोरीबंद में भी राजनीतिक उथल-पुखल का माहौल है। भाजपा समर्थित जनपद अध्यक्ष लाल कमल बंसल की कुर्सी खतरे में आ गई है। अध्यक्ष पद के लिए उन्हें चुनने वाले जनपद सदस्य ही उनके खिलाफ मैदान में उतर आए हैं। शुक्रवार को बहोरीबंद जनपद के 24 में से 18 सदस्यों ने अध्यक्ष की कार्यप्रणाली से नाराज होकर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर कलेक्टर दिलीप कुमार यादव के समक्ष अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है। हालांकि कलेक्टर ने उन्हें आगे की कार्रवाई के लिए जिला पंचायत सीईओ शिशिर गेमावत के पास भेजा।
जानकारी अनुसार शुक्रवार की शाम जनपद उपाध्यक्ष सोनम चौधरी,जनपद सदस्य जया सेंगर, प्रवीण यादव, कृष्ण कुमार दुबे, सोमशेखर तिवारी, रमेश पटेल, रोहित ठाकुर, प्रतिभा यादव, कमलेश सिंघई सहित अन्य जनपद सदस्य कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचें!
सदस्यों ने आरोप लगाया कि जनपद अध्यक्ष द्वारा निर्धारित समय पर सामान्य सभा एवं प्रशासन समिति की बैठक नहीं बुलाई जाती।जनपद क्षेत्र के विकास में जनपद सदस्यों का सहयोग नहीं किया जाता। जनपद अध्यक्ष द्वारा जनपद सदस्यों की मंशा के विपरीत मनमाने तरीके से कार्य किया जाता है व हमेशा हरिजन एक्ट पर फंसाने की धमकी दी जाती है!
यह है नियम –
पंचायती राज अधिनियम 28 के तहत प्रथम सम्मेलन के ढाई साल बाद ही अध्यक्ष के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है। अविश्वास प्रस्ताव के लिए एक तिहाई सदस्यों के हस्ताक्षर और उपस्थिति अनिवार्य है। उल्लेखनीय है कि जनपद अध्यक्ष बहोरीबंद का चुनाव 28 जुलाई 2022 को हुआ था। कुल 24 में से 14 सदस्यों ने लाल कमल बंसल के पक्ष में मतदान किया था।तब लाल कमल बंसल निर्दलीय तौर पर जनपद अध्यक्ष बने थे!
जनपद अध्यक्ष बनने के बाद भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी!
लेकिन अब कुल 24 में से 19 जनपद सदस्य अध्यक्ष के खिलाफ होने पर जिला प्रशासन विशेष सम्मेलन बुला सकता है।
जनपद अध्यक्ष बोले -सदस्यों को बरगलाया गया –
अविश्वास प्रस्ताव को बहोरीबंद जनपद अध्यक्ष लाल कमल बंसल का कहना है कि जनपद सदस्यों को बरगलाया गया है!
दरअसल इसका कारण प्रशासनिक अधिकारियो की मनमानी है!
जनपद अध्यक्ष दलित है, इसलिए महत्व नहीं दिया जाता!
जनपद सीईओ, जनपद उपाध्यक्ष व कुछ सदस्यों के साथ मिलकर बैठकर कर लेते है ओर नियम विपरीत तरीके से कार्ययोजना को बना लेते है!
जनपद सीईओ बहोरीबंद के खिलाफ भ्रष्टाचार को लेकर जो कार्रवाई के लिए गत दिनों जो प्रदर्शन कलेक्टर कार्यालय मैं किया गया था, उसी को लेकर यह बदला लिया जा रहा है!
इनका कहना है – शिशिर गेमावत जिला पंचायत सीईओ
बहोरीबंद जनपद के सदस्यों द्वारा कलेक्टर को अविश्वास प्रस्ताव सौंपा गया है। अविश्वास प्रस्ताव का परीक्षण किया जा रहा है। इस संबंध में संबंधित जनपद सीइओ से जानकारी मंगाई गई है। नियमानुसार पदाविहीत अधिकारी की अनुमति से पीठासीन अधिकारी नियुक्त करने सहित विशेष सम्मेलन बुलाने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।