सिहोरा में ऑटो को कार ने मारी टक्कर, गोसलपुर में सास को ले जा रहे दामाद को हाईवा ने मारी टक्कर
जबलपुर :,सिहोरा अनुभाग के सिहोरा थाना और गोसलपुर थाना क्षेत्र में हुई सड़क दुर्घटना में 7 लोग घायल हो गए,सूचना पर पहुँची पुलिस ने मामले की विवेचना सुरु कर दी है।
सिहोरा में ऑटो को कार ने मारी टक्कर
पहला मामला थाना सिहोरा का है पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक दिनंाक 24-3-25 की रात्रि नरसिंग चैबे उम्र 54 वष्र्ा निवासी ब्राम्हण मोहल्ला सिहोरा ने रिपोटर् दजर् कराई कि आटो चलाता है दिनंाक 24-3-25 की सुबह लगभग 11 बजे व्रत बंध कराने बाबाताल मंदिर सिहोरा में रिश्तेदार सरहज आशा दुबे, सास इमरती बाई दुबे, सास विजय रानी दुबे, साला सौरभ दुबे, भतीजा दीपक दुबे, साला अभिषेक दुबे सभी निवासी ग्राम भखरवारा थाना बहोरीबंद के कायर्क्रम में आये थे कायर्क्रम के बाद शाम लगभग 5-30 बजे वह अपनी आटो क्रमांक एमपी 20 आर 3019 में सभी केा आठो में बैठाकर ग्राम भखरवारा छोड़ने जा रहा था जैसे ही एन एच 30 रोड गंजताल मोड़ कटनी जबलपुर रोड़ पहूचा और रोड क्रास कर रहा था तभी कटनी तरफ से आ रही कार क्रमंाक एमपी 20 जेड एन 6363 का चालक कार को तेज गति लापरवाही पूवर्क चलाते हुये पीछे से उसके आटो मे टक्कर मार दिया जिससे उसका आटो पलट गया जिससे उसे एवं आटो मे बैठे उसके रिश्तेदार आशा दुबे, इमरती बाई दुबे, विजय रानी दुबे, सौरभ दुबे, दीपक दुबे को हाथ पैर एवं शरीर में चोटें आयीं तथा आटे भी छतिग्रस्त हो गया है। रिपोटर् पर धारा 281, 125 ए बीएनएस का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
सास को ले जा रहे दामाद को हाईवा ने मारी टक्कर
वहीं थाना गोसलपुर में आज दिनांक 25-3-25 को मनोज गोटिया उम्र 30 वषर् निवासी ग्राम पिपरिया (तेवर) भेड़ाघाट ने रिपोटर् दजर् कराई कि आज अपनी ससुराल ग्राम लमती अपनी ससुराल से मोटर सायकल क्रमांक एमपी 20 एमसी 4640 से अपनी सास हरछठ बाई कोल उम्र 55 वषर् निवासी लमती केा लेकर ग्राम टिकरिया गमी में जा रहा था लगभग 10 बजे ग्राम केवलारी फाटक के पास पहुॅचा तभी पीछे से हाईवा क्रमांक एमपी 20 जेड एफ 8482 का चालक तेज गति लापरवाही से चलाते हुये उसकी मोटर सायकल में टक्कर मार दिया जिससे उसके सीना कमर एवं सास के हाथ में हाईवा का चका चढ़ जाने से चोट आयी है। सास को उपचार हेतु मेेडिकल कालेज में भतीर् कराया है।सूचना पर पहुँची पुलिस ने रिपोटर् पर धारा 281, 125 ए बीएनएस का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।