मझौली के भगवान विष्णु वराह के दर्शन करने के बाद मुख्यमंत्री रिवंझा में हो रही भागवत कथा में हुए शामिल
जबलपुर, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव आज शाम मझौली पहुँचे और यहाँ भगवान विष्णु वराह के दर्शन किये। उन्होंने यहाँ विष्णु वराह मंदिर में पूजा अर्चना की तथा प्रदेश वासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। प्रदेश के संस्कृति, पर्यटन एवं धार्मिक न्यास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेंद्र सिंह लोधी, सांसद आशीष दुबे, विधायक अजय विश्नोई भी इस अवसर पर उनके साथ थे। मुख्यमंत्री डॉ यादव मंडला जिले में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद हेलीकॉप्टर से मझौली पहुँचे थे।मझौली स्थित खेल मैदान में बने अस्थाई हेलीपेड पर पहुँचने पर संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी, सांसद आशीष दुबे, विधायक अजय विश्नोई, भाजपा के जिला ग्रामीण अध्यक्ष राजकुमार पटेल ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।जिला मुख्यालय जबलपुर से लगभग 45 किलोमीटर दूर मझौली स्थित विष्णु वराह मंदिर का निर्माण 11 वीं शती में किया गया था। कालांतर में ध्वस्त हुये कल्चुरी कालीन इस मंदिर का 18 वीं शती में पुनर्निर्माण किया गया। बताया जाता है कि इस मंदिर में स्थापित भगवान विष्णु वराह की प्रतिमा विश्व की सबसे बड़ी और एकमात्र ऐसी प्रतिमा है जिसकी पूजा होती है। इस विशाल प्रतिमा को भी 11 वीं शती में मंदिर के गर्भ गृह में स्थापित किया गया था। धार्मिक एवं पौराणिक महत्व का विष्णु वराह मंदिर कला की दृष्टि से भी उत्कृष्ट है और राज्य सरंक्षित स्मारकों में शामिल है।
रिवंझा में भागवत कथा में हुए शामिल
वहीं मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव आज सोमवार को मझौली के समीप स्थित ग्राम रिवंझा पहुँचे तथा यहाँ श्री लक्ष्मी नारायण यज्ञ एवं श्रीमद भागवत कथा में शामिल हुये। श्रीमद भागवत कथा का आयोजन गौरी गोपाल आश्रम, वृंदावन के संस्थापक एवं प्रख्यात कथावाचक डॉ अनिरुद्धाचार्य जी महाराज द्वारा किया गया है। ज्ञात हो रिवंझा अनिरुद्धाचार्य जी का पैतृक ग्राम है और उनका बचपन यही व्यतीत हुआ था।मुख्यमंत्री डॉ यादव ने आयोजन स्थल पर पहुँचकर अनिरुद्धाचार्य महाराज से भेंट की और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्यमंत्री ने व्यासपीठ को भी नमन किया तथा प्रदेशवासियों की खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज ने मुख्यमंत्री डॉ यादव का वंशी, श्रीमद्भागवत गीता एवं पट्टा भेंट कर स्वागत किया। अनिरुद्धाचार्य ने मुख्यमंत्री डॉ यादव की कार्यशैली, लोकहित में उनके किये जा रहे कार्यों की सराहना की।मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अपने संबोधन में श्रीमद भागवत कथा श्रवण करने के मिले अवसर को श्रद्धालुओं के लिये सौभाग्यशाली बताया। उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण की यह कथा भक्तों के रोम रोम को आनंद प्रदान करने वाली है। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में वेद वाक्य यत् पिंडे तत् ब्रह्माण्डे की व्याख्या भी की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दुनिया आज भारतीय संस्कृति को देखना, समझना और अंगीकृत करना चाहती है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण कंस का वध करने के बाद शिक्षा प्राप्त करने उज्जैन आए थे। मुख्यमंत्री ने बताया कि धार के समीप स्थित अमझरा में भगवान श्री कृष्ण ने युद्ध किया और जानापाव में उन्हें भगवान परशुराम ने सुदर्शन चक्र दिया था। उन्होंने कहा कि कृष्ण और सुदामा की मित्रता आज भी प्रासंगिक है। यह सभी को अमीर और गरीब के भेद से मुक्त होकर संबंध निभाने की सीख प्रदान करती है।मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा उज्जैन ओंकारेश्वर, महेश्वर, मैहर एवं ओरछा सहित उन्नीस धार्मिक नगरों में शराब की दुकानों को बंद कराया गया है। इसके साथ ही खुले में मांस विक्रय को भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि जिसके घर गाय होती है उसे गोपाल कहते हैं और जिसके घर में गाय का कुल होता है उसे गोकुल कहते हैं। इसलिए प्रदेश में गौपालन को प्रोत्साहित किया जा रहा है। 25 से अधिक गाय पालने वालों को अनुदान दिया जा रहा है। डॉ. यादव ने बताया कि दुग्ध उत्पादन में मध्यप्रदेश अभी तीसरे स्थान पर है और संपूर्ण देश का 9 प्रतिशत दूध मध्यप्रदेश में उत्पादित होता है। राज्य सरकार ने इसे 20 प्रतिशत तक बढाने का संकल्प लिया है।मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में मां नर्मदा के संपूर्ण परिक्रमा पथ को सर्वसुविधा युक्त बनाने का प्रबंध भी किया जा रहा है और जगह-जगह आश्रय स्थल बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत बच्चों को संस्कारों की शिक्षा देने देवी-देवताओं के प्रसंगों को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा।कथावाचक अनिरुद्धाचार्य ने अपने आशीर्वचनों में कहा कि भगवान श्री कृष्ण भी यदुवंशी थे और मुख्यमंत्री डॉ यादव भी यदुवंशी हैं। दोनों का गौ माता से हजारों वर्षों पहले का संबंध है। अनिरूद्धाचार्य जी महाराज ने मुख्यमंत्री के समक्ष बच्चों को शिक्षा और संस्कार प्रदान करने ग्राम रिवंझा में विद्यालय बनाने की इच्छा व्यक्त की। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ यादव से वृंदावन स्थित गौरी गोपाल आश्रम आने तथा इस संस्था द्वारा किये जा रहे सेवा कार्यों का अवलोकन करने का आग्रह भी किया।श्रीमद भागवत कथा के इस कार्यक्रम में प्रदेश के संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्य मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी, सांसद आसिष दुबे, विधायक पाटन अजय विश्नोई, विधायक बरगी नीरज सिंह, विधायक सिहोरा संतोष वरकडे, जिला पंचायत अध्यक्ष आशा मुकेश गोटिया, भाजपा के प्रदेश कोषाध्यक्ष अखिलेश जैन, भाजपा के जिला ग्रामीण अध्यक्ष राजकुमार पटेल, पूर्व विधायक नीलेश अवस्थी स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।