
रामलीला में आज होगा राम रावण युद्ध,मेघनाथ-कुंभकरण के वध तक पहुंची रामलीला, युद्ध दृश्य देख रोमांचित हुए दर्शक
राजेश मदान बैतूल। श्री कृष्ण पंजाब सेवा समिति के तत्वावधान में गंज रामलीला मैदान में मंगलवार की रात रामायण के युद्धकालीन प्रसंगों का सजीव मंचन किया गया। सीधी जिले से आए कलाकारों ने लक्ष्मण मूर्छा, मेघनाथ वध और कुंभकरण वध जैसे अत्यंत मार्मिक और रोमांचक प्रसंगों को जीवंत कर दर्शकों को भावविभोर कर दिया। रामलीला मैदान जय श्रीराम के नारों से गूंज उठा। आज बुधवार 1 अक्टूबर को रामलीला का मुख्य आकर्षण राम-रावण युद्ध रहेगा। कलाकार मंच पर श्रीराम और रावण के बीच होने वाले भीषण संग्राम का दृश्य प्रस्तुत करेंगे। इस दौरान बाणों की टकराहट, रावण की गरज और श्रीराम की वीरता दर्शकों को रोमांचित करेगी।
मंगलवार की रात रामलीला का आरंभ रावण के वीर और शक्तिशाली पुत्र मेघनाथ के पराक्रम से होता है, जो अपनी ब्रह्म शक्ति से युद्ध भूमि में लक्ष्मण जी को मूर्छित कर देता है। लक्ष्मण के मूर्छित होते ही समस्त राम सेना शोक में डूब जाती है। तब हनुमान जी, राजवैद्य सुसेन की सलाह पर संजीवनी बूटी लेने हिमालय की ओर उड़ जाते हैं और संजीवनी युक्त पर्वत को उठा लाकर लक्ष्मण के प्राणों की रक्षा करते हैं।इसके बाद मेघनाथ अपनी शक्तियों से नागपाश का प्रयोग कर राम सेना को जकड़ने का प्रयास करता है, परंतु जामवंत जी की सूझबूझ और पराक्रम से सेना इस संकट से मुक्त हो जाती है। मेघनाथ अपनी अजेयता प्राप्त करने हेतु एक शक्तिशाली यज्ञ का आयोजन करता है, परंतु राम सेना उस यज्ञ को विध्वंस कर देती है और अंततः युद्धभूमि में लक्ष्मण जी मेघनाथ का वध करते हैं।रामलीला का अगला महत्वपूर्ण दृश्य कुंभकरण वध रहा, जिसे देखने सैकड़ों श्रद्धालु एकत्रित हुए। रावण का बलशाली भाई कुंभकरण जब युद्ध भूमि में उतरता है, तो उसके विकराल रूप और अद्भुत शक्ति को देखकर राम सेना स्तब्ध रह जाती है। कुंभकरण अनेक वीरों को परास्त करता है, परंतु भगवान श्रीराम की दिव्य शक्ति के आगे वह भी टिक नहीं पाता और अंततः उसका वध हो जाता है।सीधी के कलाकारों द्वारा मंचित इन अद्भुत प्रसंगों ने दर्शकों को रामायण काल की उस महायुद्ध की झलक दिखाई, जहाँ धर्म और अधर्म के बीच अंतिम संघर्ष की तैयारी चल रही है। मंच पर प्रकाश, ध्वनि, संवाद और अभिनय का समन्वय इतना सजीव था कि दर्शक रामायण के युग में पहुंच गए हों, ऐसा अनुभव हुआ।
इंडिया पोल खोल को आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु इस QR कोड को किसी भी UPI ऐप्प से स्कैन करें। अथवा "Donate Now" पर टच/क्लिक करें।
Click Here >>
Donate Now
इंडिया पोल खोल के YouTube Channel को Subscribe करने के लिए इस YouTube आइकन पर टच/Click करें।
इंडिया पोल खोल के WhatsApp Channel को फॉलो करने के लिए इस WhatsApp आइकन पर टच/Click करें।
Google News पर इंडिया पोल खोल को Follow करने के लिए इस GoogleNews आइकन पर टच/Click करें।