पांच दुर्लभ योग मे प्रथम पूज्य देव गजानन की होगी स्थापना, गणेश चतुर्थी आज, घर-घर विराजेंगे गणपति




सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद : प्रथम पूज्य देव विघ्नकर्ता गजानन का दस दिवसीय गणेशोत्सव पर्व का शुभारंभ 27 अगस्त यानि आज बुधवार से शुरू हो जायेगा! गणेश प्रतिमाओं की स्थापना के लिए स्लीमनाबाद तहसील क्षेत्र मे सार्वजनिक समितियों ओर युवाओं ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। तहसील मुख्यालय में लगभग 50 स्थानों पर गणेश प्रतिमाओं की स्थापना की जाएगी। इसमें लगभग 10 स्थानों पर बड़े पांडाल लगाए जाएंगे।सार्वजनिक स्थानो के साथ घर -घर गणपति विराजित किये जायेंगे!प्रतिमाओं का निर्माण भी कई जगह हो रहा है।मूर्तिकार गणेश प्रतिमाओ को अंतिम रूप देने जुटे हुए!बाजार मे गणेश मूर्ति खरीदने लोग पहुंचने लगे है!
सर्वार्थ सिद्दि ओर रवि योग का संयोग
पंडित रमाकांत पौराणिक ने बताया की भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी है और यह दिन भगवान गणेश को समर्पित है!धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चतुर्थी तिथि के दिन विघ्नहर्ता गणेशजी का प्राकट्य हुआ था! इस दिन भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा-अराधना करने के साथ गजानन की स्थापना भी की जाती है. गणेशजी को विघ्नविनायक, प्रथम पूज्य और सिद्धिदाता कहा गया है! किसी भी शुभ कार्य से पहले उनकी पूजा करने का विधान है!गणेशोत्सव पर्व 27 अगस्त से शुरू होगा और 8 सितंबर तक चलेगा। इस बार गणेश चतुर्थी पर 5 दुर्लभ संयोग है, जिसमें सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, प्रीति योग, इंद्र योग और ब्रह्म योग शामिल है। गणपति बप्पा विराजित करने के लिए सुबह 11 बजकर छह मिनट से दो बजकर चालीस मिनट का समय अधिक फलदायी और मंगलकारी है। मंगलकारी श्रीगणेश को शुभ मुर्हूत व पंचांग के अनुसार विराजित करने के लिए दो घंटा 36 मिनट का है!
पंडालो के लिए लें अस्थाई कनेक्शन
विद्युत विभाग के कनिष्ठ अभियंता सुबोध सिंह ने बताया कि बिजली कंपनी ने गणेशोत्सव तथा अन्य त्यौहारों में पंडालों के लिए बिजली का अस्थायी कनेक्शन लेने की अपील की है। कंपनी ने धार्मिक उत्सव समितियों और बिजली उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे गणेशोत्सव के दौरान धार्मिक पण्डालों एवं झाकियों में बिजली साज-सज्जा, नियमानुसार ऑनलाइन अस्थाई कनेक्शन लेकर ही करें।















































