भाई बहन के अटूट प्रेम का पर्व रक्षाबंधन आज
जबलपुर/सिहोरा:भाई-बहन के स्नेह का प्रतीक रक्षाबंधन का पावन पर्व आज सोमवार को हर्षोल्लास और परंपरा के साथ मनाया जाएगा। इस अवसर पर बहनें अपने भाइयों की कलाई में रक्षा सूत्र बांधकर व आरती-पूजन करके दीर्घायु की कामना करेंगी। भाई यथाशक्ति अपनी बहनों को उपहार भेंट करेंगे। हिन्दू धर्म में हर त्यौहार का विशेष महत्व होता है। हर साल सावन की पूर्णिमा तिथि के दिन रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जाता है। ये पर्व भाई-बहन के प्रेम को समर्पित है। ये भाई-बहन के प्रेम के अटूट रिश्ते का प्रतीक माना जाता है। यह पर्व सिर्फ एक त्योहार ही नहीं है बल्कि ये भाई-बहने के बीच के संबंध को और मजबूत करने का एक जरिया है। ऐसी मान्यता है कि ये त्यौहार अब सिर्फ भाई-बहनों के बीच तक की सीमित नहीं रहा है। ये रिश्तेदार,दोस्तों और समाज के बीच प्रेम और भाईचारे का भी प्रतीक बन गया है।
सजा राखी का बाजार,खरीदारी के लिए उमड़ी बहनें
नगर के व्यवसायिक क्षेत्र रविवार को गुलजार रहे बहनों ने जमकर राखी,उपहार और मिठाई की खरीदारी की एंव भाईयो ने भी उपहार हेतु कपड़े इलेक्ट्रॉनिक आइटम की खरीददारी की।झण्डा बाजार,बस स्टैंड में सजे राखी बाजार में आई नई डिजाइन की राखी पहली पसंद रही। राखी विक्रेता दलजीत सिंह ने बताया कि भारतीय संस्कृति से जुड़ी चंदन,तुलसी,ओम,स्वास्तिक,रुद्राक्ष, गणेश, दुर्गा व शंकर भगवान के रूप वाली राखियो के अलावा बच्चों की राखी 15 से 60 रुपए और फैंसी राखी की कीमत 5 से 100 रुपए तक है।
*ओवरलोड चले यात्री वाहन*
त्यौहार में शीघ्र अपने अपने घर पहुंचने की उत्सुकता के चलते पुराने बस स्टैंड,नये बस स्टैंड,खितौला बस स्टैंड में दिन भर यात्रीयो का मेला लगा रहा। ग्रामीण परिवहन में संलग्न वाहन चालकों ने मौके का फायदा उठाते हुए न केवल क्षमता से अधिक सवारी बैठाकर परिवहन किया वल्कि मनमाफिक किराया भी बसुला। ग्रामीण क्षेत्र में तिपहिया आटो वाहनों ने सारे नियम ताक पर रख कर यात्रियो की जान जोखिम में डालते हुऐ लोगों को गतंव्य तक पहुंचाते रहे।