एक डॉक्टर के भरोसे 81 गाँवो की आबादी,चरमराई स्वास्थ्य सुविधाएं

इस ख़बर को शेयर करें

सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद : नाम बड़े दर्शन खोटे यह कहावत इन दिनों स्लीमनाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर सटीक बैठ रही है!सरकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से उन्नयन कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तो कर दिया गया!लेकिन क्षेत्र के लोगों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैसी सुविधाये नही मिल रही है!सुविधाओं के अभाव मे मरीजों को समुचित उपचार नही मिल पा रहा है।जिससे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्लीमनाबाद शोभा की सुपारी बना हुआ है!

17माह पहले किया गया था लोकार्पण 

स्लीमनाबाद प्राथमिक स्वास्थ्य का उन्नयन करते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाया गया!28 जनवरी 2024 को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्लीमनाबाद का लोकार्पण सांसद वी डी शर्मा ने किया था!वर्तमान मे स्लीमनाबाद तहसील अंतर्गत 81 गांव है।लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मैं डॉक्टरों की कमी से 81गाँवो के ग्रामीणों को स्वास्थ्य लाभ नही मिल रहा है।जिससे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शोभा की सुपारी बनकर रह गया है।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मैं एक ही डॉक्टर है ।जिससे उनका अधिकांश समय बैठकों, सरकारी जानकारियां भेजने और अन्य दूसरे कामों में चला जाता है। जिससे क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं गंभीर रूप से प्रभावित हैं।
जिस कारण मरीजों का इलाज झोलाछाप डॉक्टरो के भरोसे है। जानकारी के बाद भी अधिकारी और प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है।पूरे क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से भगवान भरोसे ही चल रही है।लोगों को अस्पताल में डॉक्टर तो मिलते नहीं हैं जिससे उन्हें मजबूरी में झोलाछाप डॉक्टरों से ही इलाज कराना पड़ रहा है। क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। लोगों को भगवान भरोसे छोड़ दिया है।

डॉक्टरों सहित अनेक पद पड़े खाली

जानकारी के तहत स्लीमनाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मैं 3 पद डॉक्टर,3 पद विशेषज्ञ, वार्ड वाय के 3 पद  है ।जिनमे से ये सभी पद रिक्त है।जिससे स्वास्थ्य सुविधाएं प्रभावित है।
वही लैब टेक्नीशियन व लैब अटेंडेंट का 1-1 पद,फार्मासिस्ट का 1 पद,एएनएम, स्वीपर, चौकीदार के पद खाली है।इन पदों की पूर्ति के लिए विभागीय अधिकारी कोई ध्यान नही दे रहे है।जबकि लोकार्पण हुए 16 माह हो गए हैं!
हालांकि विभाग की ओर से हाल ही मै चार बांडेड डॉक्टरों की पदस्थापना के आदेश जारी किये गये थे, लेकिन 15 दिवस का समय बीतने को है अब बांडेड डॉक्टरों ने अपनी आमद स्लीमनाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मै नहीं दी है!
जिससे स्वास्थ्य विभाग का आदेश महज खानापूर्ति बनकर रह गया है!

इनका कहना है – डॉ आनंद अहिरवार बीएमओ बहोरीबंद

स्लीमनाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मे चिकित्सकीय स्टॉफ की कमी है यह सही है!हाल ही मै चार बांडेड डॉक्टरों की पदस्थापना संबंधी आदेश विभाग से हुए है, लेकिन अभी चिकित्सकों ने ज्वॉइन नहीं किया है!उक्त चार डॉक्टर ज्वॉइन कर ले तो स्वास्थ्य सुविधा बेहतर हो जाएगी ओर मरीजों को समुचित उपचार मिल सकेगा!

 


इस ख़बर को शेयर करें