मृतक का शव सड़क पर रखकर ग्रामीणों ने किया चक्काजाम,विद्युत विभाग पर फूटा ग्रामीणों का आक्रोश
सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद : बहोरीबंद विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत पथराड़ी पिपरिया मै सोमवार को आनंद पटेल पिता मेवालाल पटेल उम्र 45 वर्ष खेत मै जुताई के लिए टैक्टर निकालने के चलते झूलती हुई बिजली की तारों मै संपर्क मे आने से करेंट लग गया!जिससे उसकी मौत मौके पर ही हो गईं!काफी देर के बाद आसपास के किसानों ने जब देखा तो आनंद पटेल का शव खेत में पड़ा था।घटना की जानकारी गाँव मे लोगों को दी गईं!बड़ी संख्या मे गाँव के लोग एकत्रित हुए ओर शाम के करीब 6 बजे शव को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बहोरीबंद लाया गया। जहाँ पर डॉक्टरों की टीम द्वारा शव का पोस्टमार्टम कर उसे कफन दफन के लिए परिजनों के सुपुर्द किया किया गया!जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीण थाना बहोरीबंद पहुंचें ओर विद्युत विभाग के अधिकारी ओर लाइनमैन के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे!
ग्रामीणों ने किया शव रख किया चक्कजाम,विद्युत विभाग की मनमानी के खिलाफ किया विरोध-प्रदर्शन
वहीं मंगलवार को पथराड़ी पिपरिया गाँव के ग्रामीण सुबह 8 बजे बहोरीबंद बस स्टेंड पहुंच गये!जहाँ शव को बहोरीबंद बस स्टैंड के सामने सड़क पर रख कर चक्का जाम कर विद्युत विभाग के खिलाफ विरोध- प्रदर्शन करने लगे।विरोध प्रदर्शन की जानकारी लगते ही एसडीएम राकेश चौरसिया, एसडीओपी आकांक्षा चतुर्वेदी, तहसीलदार नेहा जैन, नायब तहसीलदार आदित्य प्रसाद द्विवेदी, थाना प्रभारी सुरेंद्र शर्मा मौके पर पहुंचें ओर विरोध प्रदर्शन बंद कराने की जुगत करते रहे!लेकिन ग्रामीण विद्युत विभाग के अधिकारी ओर लाइनमेंन के खिलाफ कार्रवाई की मांग को डटे रहे!मृतक के परिजनों व ग्रामीणों का कहना था कि झूलती हुई एवं जर्जर केबल लाईन कि शिकायत सीएम हेल्पलाइन के साथ ही मौखिक व लिखित रूप से विद्युत विभाग को की गईं!लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया!अगर समय रहते विद्युत समस्या का निदान हो जाता तो यह हादसा न होता!लगभग 2 से 3 घंटे ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन हुआ, जहाँ मार्ग से आवागमन बाधित रहा!
तब जाकर एसडीएम राकेश चौरसिया ने विद्युत विभाग के अधिकारियो को घटनाक्रम की जानकारी दी!जिसके बाद विद्युत विभाग से सहायक अभियंता अभिषेक गढ़ेवाल, कार्यपालन अभियंता वी के सिंह मौके पर पहुंचें!
जहाँ उन्होंने ग्रामीणों की मांग पर तत्काल एक्शन लेते हुए बहोरीबंद कनिष्ठ अभियंता दिलदार डाबर को हटाया और मामले की जाँच के लिए जाँच टीम गठित की!साथ ही ढीमरखेड़ा कनिष्ठ अभियंता अनिल प्रजापति को बहोरीबंद कनिष्ठ अभियंता बनाया!ग्रामीणों को प्रशासनिक अधिकारियो ने भरोसा दिलाया कि दोषियो के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाई की जाएगी जिसके बाद विरोध प्रदर्शन बंद हुआ!