खतरों के साये मैं गढ़ा जा रहा विद्यार्थियों का भविष्य

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सुग्रीव यादव स्लीमनाबाद : शिक्षा के लिए भवन सबसे आधार भूत जरूरत मानी जाती है, लेकिन जब पढऩे के लिए विद्यार्थी स्कूल पहुंचें और उनका सारा ध्यान जर्जर स्कूल की बिल्डिंग पर ही लगा रहे तो ऐसे में शिक्षा का स्तर क्या होगा। शासन जिले स्तर पर खुद ही जर्जर स्कूलों के आंकड़े मंगवाता है, लेकिन उन्हें नए भवन मुहैया करवाने की ओर ध्यान नहीं देता।ऐसा ही एक मामला बहोरीबंद विकासखण्ड  की शासकीय प्राथमिक शाला दुहतरी का सामने आया है।
जहां प्राथमिक शाला भवन जर्जर स्थिति मे है।जिस कारण खतरों के बीच विद्यार्थियों को अध्ययन करना पड़ रहा है।
जर्जर भवन से हादसे का खतरा बना हुआ है।हाल ही मैं हुई बारिश से उक्त जर्जर भवन के छत से पानी का रिसाव हो रहा है।साथ ही जगह-जगह प्लास्टर उखड़ने लगा है।
जिससे विद्यार्थियों को स्कूल परिसर मैं हादसे का खतरा बना हुआ है!जिससे डर सता रहा है कि कही जर्जर भवन किसी भी समय जमीदोंज न हो जाये जिससे कोई घटना घटित हो जाये।

किचिन शेड का छत गिरा भरभराकर, बड़ा हादसा टला

शासकीय प्राथमिक शाला दुहतरी मै स्कूल भवन के बाजू से मध्यान्ह भोजन बनाने बना किचिन शेड का छत गुरुवार की रात भरभराकर गिर गया!गनीमत यह रही कि रात के वक़्त किचिन शेड का छत क्षतिग्रस्त हुआ जिससे कोई बड़ा हादसा नहीं हो सका!यदि यही हादसा स्कूल संचालन के समय होता तो बड़ा हादसा घटित हो जाता!किचिन शेड की छत गिरने से रखा हुआ समान नष्ट हो गया!स्कूल के प्रधानाध्यापक सुनील कुर्मी ने किचिन शेड की छत गिरने की जानकारीग्राम पंचायत सरपंच व संकुल प्राचार्य को दी!वहीं इस संबंध मै सरपंच सुखचैन प्रजापति का कहना था कि दुहतरी स्कूल भवन भी जर्जर है!वर्षा काल के समय से पानी का रिसाव होता है, साथ ही छत का प्लास्टर भी उखड़ रहा है!स्कूल भवन की बिल्डिंग 20 से 25 साल पहले बनी थी!नए स्कूल भवन का निर्माण हो इसके लिए शिक्षा विभागीय के अधिकारियो को पत्राचार किया जा चुका है!लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है!

इनका कहना है– प्रशांत मिश्रा बीआरसीसी

शासकीय प्राथमिक शाला दुहतरी के किचिन शेड भवन के छत का कुछ हिस्सा टूटकर गिरने की जानकारी मिली है!
स्कूल का निरीक्षण किया जायेगा ओर मध्यान्ह भोजन व्यवस्था प्रभावित न हो इसके लिए व्यवस्था बनाई जाएगी!
साथ ही विकासखंड के जो भी स्कूल भवन जर्जर है उनकी सूची सर्व शिक्षा अभियान के उपयंत्री के माध्यम से बनवाकर जिले मै भेज दी गईं है।

 

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