गोवंशों को कत्लखाने जाने से बचाकर गोशाला भेजा,गौतस्कर फरार  

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जबलपुर /कटनी :कटनी जिले के उमरियापान में 17 जनवरी के दिन बड़ी संख्या में गोवंश को कत्लखाने जाने से बचाकर उन्हें गोशाला भिजवाया गया।खितौला निवासी वरिष्ठ समाजसेवी और गौसेवक राकेश पहारिया (बाबाजी ) व्यापार के काम से अक्सर कर ढीमरखेड़ा उमरियापान जाते रहते हैं,विगत दिवस शाम के समय उन्हें लगभग 150 नग गोवंश रास्ते से जाते मिले जिन्हें पुलिस अधिकारियों की मदद से गौशाला भिजवाया गया।लेकिन इस दौरान गोतस्कर मौका पाकर फरार हो गए।

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मंडला के रास्ते ले जाते हैं बूचड़खाना

बताया जा रहा है की गोवंशों को नर्मदा नहर के रास्ते गनियारी ले जाते हैं जहां बेल्हाई बाजार की रसीद बनाकर मंडला के रास्ते नागपुर बूचड़खाना ले जाते हैं।

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कत्लखाने जाने से बचाकर भिजवाया गोशाला

राकेश पहारिया बाबाजी ने बताया कि विगत दिवस  17 जनवरी 2025 की शाम 4 बजे से लगातार 7 बजे तक तीन घण्टे की कड़ी मेहनत के बाद लगभग 150 गौवंश को निर्दयों के हाथों से बचाकर सरकारी गौशाला उमरियापान पहुंचाया। गौवंश को बचाने में कटनी एसपी और टी आई सिद्धार्थ रॉय  और उनकी टीम का सहयोग मिला। साथ ही लक्ष्मी यादव जबलपुर ने लगातार सब जगह फोन लगाकार अहम भूमिका निभाई।

8 महीने से नहीँ मिला भूसा और कर्मचारियों का पैसा

वहीं इस दौरान गौशाला में उपस्थित जनपद सदस्य शेलेन्द्र  पौराणिक ने बतलाया कि 8 महीने से कर्मचारियों की तनख्वाह व भूसा आदि का पैसा नहीं मिला। इस पर राकेश पहारिया द्वारा उन्हें गोबर और गौमूत्र आदि के उपयोग के द्वारा खर्च चलाने का सुझाव दिया गया। इस पूरे प्रकरण से ये बात समझ आई की पुलिस प्रशासन चाहे तो गौवंश की तस्करी रूक सकती है।

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